लखनऊ । उत्तर प्रदेश में चुनाव के मौसम में किसानो के इर्द गिर्द घूम रही राजनीति के बीच योगी सरकार ने सोमवार को एलान किया कि बारिश के चलते फसल को नुकसान पहुंचने की दशा मेे अन्नदाता को उसके नुकसान की भरपाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में फसल क्षतिपूर्ति आकलन की प्रगति की समीक्षा करते हुये कहा कि कहा है कि फसल चाहे गन्ने की हो या धान की, अगर अतिवृष्टि से किसान को नुकसान हुआ है उसकी क्षतिपूर्ति की जाएगी।
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उन्होने कहा कि अधिकारी बाढ़ और अतिवृष्टि से कृषि फसलों को हुए नुकसान का आकलन करें और जिन किसानों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उनके नुकसान की क्षतिपूर्ति तत्काल कराएं। मुख्यमंत्री को बताया गया कि राजस्व और कृषि विभाग की टीमें फसलों के नुकसान का आकलन कर रही हैं। अधिकतम एक सप्ताह में यह कार्यवाही पूरी हो जाएगी। इस पर श्री योगी ने कहा कि फील्ड में आकलन कर रहीं टीमों को स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएं कि एक भी पात्र किसान क्षतिपूर्ति से वंचित न रहे।
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सरकार हर तरह की कृषि उपज के नुकसान की भरपाई करेगी। उन्होंने राजस्व और कृषि विभाग से परस्पर समन्वय बनाते हुए शीर्ष प्राथमिकता पर इस कार्य को पूरा कराने के लिए कहा है। गौरतलब है कि तीन नये कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत कुछ अन्य राज्यों में किसान संगठन आंदोलन कर रहे है और इस बीच लखीमपुर में हुयी हिंसा में चार किसानों की मौत ने विपक्ष को योगी सरकार को घेरने का मौका दे दिया है।
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