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औरैया में यमुना के जलस्तर में अचानक बढोत्तरी, तटवर्ती ग्रामीण चिंतित

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औरैया में यमुना के जलस्तर में अचानक बढोत्तरी, तटवर्ती ग्रामीण चिंतित
औरैया में यमुना के जलस्तर में अचानक बढोत्तरी, तटवर्ती ग्रामीण चिंतित

औरैया। औरैया जिले में एक सप्ताह बाद यमुना का स्तर अचानक बढ़कर 110 मीटर से ऊपर पहुंचने से तटवर्ती गांवों के निवासी खासे चिंतित हो उठे हैं। वहीं जिला प्रशासन बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए सतर्क हो गया है।

जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक बुधवार की सुबह 8 बजे तक जमुना का जल स्तर 110.21 मीटर तक पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि नदी का जल स्तर प्रति घंटा 5 सेंटी मीटर बढ़ रहा है। जबकि औरैया में चेतावनी का निशान 112 मीटर पर और खतरे का निशान 113 मीटर पर है। बताया गया कि पिछली 26 अगस्त को यमुना का जल स्तर करीब 109 मीटर तक पहुंचने के बाद पानी में ठहराव के बाद धीरे-धीरे जल स्तर घटकर 104 मीटर तक पहुंच गया था।

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किन्तु कोटा बैराज में चंबल व हथनी कुण्ड से यमुना में अचानक पानी छोड़े जाने के बाद मंगलवार की शाम के बाद से यमुना के जल स्तर में अचानक तीब्र गति से बृद्धि हुई और आज सुबह आठ बजते-बजते जलस्तर 110 मीटर पार कर खतरे के निशान के करीब पहुंचने को लालयित हो तटवर्ती गांवों में तबाही मचाने के करीब पहुंच गया है।

यमुना का जल स्तर अचानक बढ़ने से अजीतमल क्षेत्र में यमुना की तलहटी में बसे गांव सिकरोड़ी, बडेरा, जाजपुर, गौहानी कला, असेवा, असेवटा, कैथोली, गौहानी खुर्द, बंशियापुर, भूरेपुर कलां, बीजलपुर, मिश्रपुर मानिकचन्द, बरदौली, फरहा, गूंज, ततारपुर, जुहीखा आदि गांव एक बार फिर से जल तवाही की कगार पर पहुंच गये हैं। पिछले वर्ष यमुना में बाढ़ आने पर उक्त ग्राम बुरी तरह से प्रभावित हुए थे।

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जबकि नखतपुर, रामनगर, रामपुर प्रतापसिंह, सढ़रापुर, असेवटा, नगला बनारस, सिखरना, मलगंवा, बबाइन, पहाड़पुर, वटपुरा महेवा, भरतौल ये 13 गांव कम प्रभावित हुए थे। पिछली बार आई बाढ़ में गौहानी कलां, सिकरोड़ी बड़ैरा, जुहीखा, बीजलपुर, मिश्रपुर, फरहा, गूंज, आदि गांवों में अत्यधिक तबाही होने से सैकड़ों लोगों को ऊंचे स्थित खेतों, विद्यालयों, व अन्य स्थानों पर रखा गया था। इस बार फिर से बाढ़ की आशंका को लेकर पुलिस विभाग विस्थापितों को रखने के लिये चिन्हित किये गये स्थानों की साफ सफाई में जुट गयी है। उधर उपजिलाधिकारी सदर रमेश यादव व उपजिलाधिकारी अजीतमल रमापति ने अपने अपने क्षेत्र के पूर्व में बाढ़ प्रभावित गांवों का भ्रमण किया।

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