यूक्रेन। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को आज 47 दिन हो चुकें है और अभी भी स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है। इस बीच रूसी सेना की ओर से यूक्रेन के दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल में पिछले छह सप्ताह से लगातार किए जा रहे हमलों में अब तक 10 हजार से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है। मारियुपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको ने इस बात का दावा किया है। हालात इतने खराब हैं कि शहर में लोगों की लाशें सड़कों पर कालीन की तरह बिछी हुई हैं।
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इस बीच, पश्चिमी देशों का कहना है कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस रूसी सेना का एक काफिला यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में बढ़ रहा है और वहां एक बड़ा हमला होने की आशंका है। मारियुपोल शहर में पिछले छह सप्ताह के दौरान सबसे भीषण हमले हुए हैं और यहां आम नागरिकों को बेहद मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, मारियुपोल पर कब्जा करने के लिए रूसी सेना द्वारा किए गए चौतरफा हमलों के बाद शहर की मौजूदा परिस्थितियों के बारे में सीमित जानकारी है। समाचार एजेंसी द एसोसिएटेड प्रेस के साथ सोमवार को फोन पर बात करते हुए शहर के मेयर वादिम बॉयचेंको ने रूसी सैनिकों पर बाहरी दुनिया से इस नरसंहार को छिपाने और मानवीय सहायता लेकर आ रहे |
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काफिले को कई हफ्तों तक शहर में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया है। मेयर वादिम बॉयचेंको के मुताबिक रूसी हमले में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 20 हजार तक पहुंच सकती है। उन्होंने यूक्रेन के कुछ अधिकारियों के हवाले से कहा कि, रूसी सेना हमले में मारे गए लोगों की लाशों को ठिकाने लगाने के लिए मारियुपोल में अंतिम संस्कार संबंधी उपकरण भी लेकर आई है।