राज्यपाल के बेटे से पुलिस कर रही है पूछताछ
लखनऊ : राजधानी लखनऊ में विधान भवन के सामने मंगलवार को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला की बुधवार को सिविल अस्पताल में मौत हो गई है। महिला 90 फीसदी तक जल चुकी थी और उसका इलाज सिविल अस्पताल के बर्न यूनिट में चल रहा था। सिविल अस्पताल के प्रबंधन का कहना है कि वह गंभीर हालत में सिविल अस्पताल आई थी। वहींं आत्मदाह के मामले में पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे को हिरासत में लेकर महाराजगंज और लखनऊ पुलिस पूछताछ कर रही है। सुखदेव प्रसाद का बेटा मूलरूप से महाराजगंज का ही रहने वाला है। यहां गोमतीनगर में रहता है। उससे लखनऊ में ही पूछताछ हो रही है।
यह भी देखें : औरैया में अवैध रूप से चल रहे दो आरओ वाटर प्लाट सीज
पुलिस छानबीन में सामने आया है सुखदेव प्रसाद के बेटे समेत कुछ अन्य लोगों से महिला घटना से पहले संपर्क में थी और उन्हीं लोगों के उकसाने पर इस घटना को अंजाम दिया। ऐसे लोगों की गिरफ्तारी भी संभव है। डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा ने बताया कि जो लोग महिला से पूर्व संपर्क में थे और घटना की उन्हें पहले से जानकारी थी, ऐसे सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। ऐसे लोगों पर मुकदमा दर्जकर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी। गौरतलब है कि विधानभवन के पास मंगलवार को मिहिला ने खुद पर केरोसिन डालकर आग के हवाले कर दिया था। उसे आग की लपटों में घिरा देखकर मौके पर मौजूद लखनऊ पुलिसकर्मियों ने कपड़े से आग बुझाकर महिला को कंबल में लपेटकर सिविल अस्पताल पहुंचाया था।
यह भी देखें : दिबियापुर में मोबाइल टावर पर कब्जे को लेकर देर रात फायरिंग से हड़कंप
मूलरूप से छत्तीसगढ़ निवासी अंजली तिवारी ने दो वर्ष पूर्व घुघली थानाक्षेत्र के पचरूखिया निवासी अखिलेश तिवारी से शादी की थी। इस दौरान दोनों में विवाद हुआ और अंजली अलग रहने लगी। कुछ दिन बाद अंजली ने महराजगंज में ही राजघराना साड़ी सेंटर पर कार्य शुरू कर दिया। कार्य के दौरान ही वीरबहादुर नगर निवासी आशिक रजा से संबंध हो गया। अंजली का दावा है कि उन दोनों ने निकाह कर लिया। अंजली ने अपना धर्म परिवर्तन कराकर नाम भी आयशा कर लिया। बाद में आशिक रजा सऊदी अरब भाग गया। आशिक के जाने के बाद अंजली उसके घर में रहने की जिद करने लगी। चार अक्टूबर को वह अपने कथित पति के घर के सामने धरने पर बैठ गई। बाद में मौके पर पहुंची महाराजगंज पुलिस उसे लेकर महिला थाने गई थी, लेकिन मामले का हल नहीं निकल पाया। अंजली ने 13 अक्टूबर को आत्मदाह की बात को लेकर नोटिस दिया था। उसकी तलाश में महिला एसओ मनीषा सिंह को लखनऊ भेजा गया था। इंस्पेक्टर हजरतगंज अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि महिला एसओ ने घटना से 15 मिनट पहले ही उनसे संपर्क किया था, पुलिस काे तुरंत अलर्ट किया गया, लेकिन फिर भी अंजली ने खुद को आग के हवाले कर लिया।
यह भी देखें : औरैया में दो युवक ट्रेन से कटे, एक की शिनाख्त नहीं