ग्वालियर से हुई दो लोगों की गिरफ्तारी
कानपुर। कानपुर की चौबेपुर पुलिस ने शुक्रवार को मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के गुर्गों को शरण देने के आरोप में ग्वालियर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है।उधर पुलिस ने दो जुलाई की घटना के बाद से फरार चल रहे विकास के भाई की तलाश में शिकंजा कस दिया है।
बिल्हौर के पुलिस उपाधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि एमपी के ग्वालियर से गोले का मंदिर निवासी ओमप्रकाश पांडेय और सागर ताल के अनिल पांडेय को बिकरू कांड में वांछित इनामी अपराधी शिवम दुबे व शशिकांत पांडेय को शरण दिए थे। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेजा जाएगा।
यह भी देखें… विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई पर विशेष
विकास के भाई की तलाश में जुटी पुलिस
वहीं पुलिस ने विकास दुबे के फरार चल रहे छोटे भाई दीप प्रकाश दुबे पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। लखनऊ पुलिस ने उसकी पत्नी अंजलि से मिली जानकारी के आधार पर बैंक खातों का ब्योरा खंगाला। दो बैंक खातों का ब्योरा कानपुर से मंगवाया गया। लखनऊ में भी दीप प्रकाश के परिवार का एक बैंक खाता मिला है। दीप प्रकाश के अभी तक न मिलने पर पुलिस ने उसका गैर जमानती वारंट लेने की प्रक्रिया भी तेज कर दी है।
बता दें कि शुक्रवार सुबह विकास दुबे उज्जैन से कानपुर लाए जाने के दौरान भागने की कोशिश में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। कानपुर के बिकरू गांव में 2/3 जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में गैंगस्टर विकास दुबे मुख्य आरोपी था।उस पर 5 लाख का इनाम रखा गया था। गुरुवार सुबह उज्जैन में महाकाल मंदिर के बाहर से उसकी गिरफ्तारी हुई थी।