- खेतों में पानी भर जाने से किसान मायूस
अयाना। जिले में एक सप्ताह से हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। खेतो में पानी भरने से किसानों की खड़ी फसलें सड़ने की कगार पर है। वहीं लाही की फसल में भी देरी हो रही है जिले के बीहड़ी क्षेत्र के लोग ज्यादातर कृषि पर ही निर्भर है। पिछले कुछ दोनों से हो रही बरसात ने किसानों की नाक में दम कर रखा है। बारिश का पानी किसान के खेतों में भर गया है। जिससे खेतों में खेतों पकने की कगार पर खड़ी बाजरे, मक्का, धान, लहसुन आदि की फसलों का सड़ने का खतरा बढ़ गया है।
यह भी देखें : मासूम बालिका के साथ युवक ने किया दुष्कर्म गिरफ्तार
वहीं 30 प्रतिशत बाजरे व धान की फसल गिर गई है। इसके साथ ही किसानों रवि की फसल सरसों, जौ, चना, आलू की बुआई भी लेट होती जा रही है। करीब सात वर्ष पहले पीडब्ल्यूडी की ओर से बनाए गए मुरादगंज बीझलपुर मार्ग पर अयाना बस स्टैंड के पास बनी पुलिया की बंद कर देने से प्रतिवर्ष बरसात के दौरान करीब 100 बीघा खेत जलमग्न हो जाते है।
यह भी देखें : शिक्षक व शिक्षामित्रों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
जिसके चलते किसान इन खेतों में रवि की फसल भी नहीं उगा पाते है। वहीं कस्बे से बरसात का पानी लालपुरा होते हुए यमुना नदी तक पहुंचाने वाले नाला की सफाई न होने के चलते कस्बे के तालाब के पास करीब 200 बीघा खेतों में बरसात का पानी भर गया है। जिससे कस्बे के किसानों में मायूसी छाई है।