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सोनिया की अध्यक्षता में विपक्षी दलों ने दिखाई एकजुटता,जानिए कौन -कौन दिग्गज रहे शामिल

सोनिया की अध्यक्षता में विपक्षी दलों ने दिखाई एकजुटता,जानिए कौन -कौन दिग्गज रहे शामिल
सोनिया की अध्यक्षता में विपक्षी दलों ने दिखाई एकजुटता,जानिए कौन -कौन दिग्गज रहे शामिल

सोनिया बोलीं ,विपक्षी दलों को एकजुट होकर 2024 के लोकसभा चुनाव पर फोकस करना है

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्ष की 19 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया जिसमें वर्तमान राजनीतिक माहौल के साथ ही सरकार की नीतियों पर चर्चा हुई और इससे मिलकर लड़ने की रणनीति पर विचार किया गया।

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सुत्रों ने बताया कि श्रीमती गांधी के नेतृत्व में हुई इस वर्चुअल बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल थे। उनके साथ ही द्रमुक नेता एमके स्टालिन, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, राकांपा के प्रमुख शरद पवार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा और लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव सहित कई ओर प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया।

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उन्होंने बताया कि श्रीमती गांधी द्वारा बुलाई गई इस बैठक में शामिल होने वाले 19 दलों में कांग्रेस, टीएमसी, द्रमुक, एनसीपी, शिवसेना, झारखंड मुक्ति मोर्चा, माकपा, भाकपा, नेशनल कांफ्रेंस, राजद, एआईयूडीएफ, विदुथलाई चिरुथाईगल कताची, लोकतांत्रिक जनता दल, जेडीएस, आरएलडी, आरएसपी, केरल कांग्रेस एम, पीडीपी और आईयूएमएल शामिल है।

विपक्ष को एकजुट हो करनी है 2024 की तैयारी :सोनिया

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्ष के 19 दलों के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश की जनता मोदी शासन से मुक्ति चाहती है इसलिए विपक्षी दलों को एकजुट होकर 2024 के लोकसभा चुनाव पर फोकस करना है।
श्रीमती गांधी ने विपक्ष के प्रमुख नेताओं और मुख्यमंत्रियों को वर्चुअल बैठक के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव की योजना पर व्यवस्थित रूप से और एकमात्र एजेंडे के तौर पर काम करना है।

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उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की अपनी कुछ बाध्यताएँ हो सकती हैं लेकिन चुनौती लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना की है और इस चुनौती से निपटने के लिए सब को एकजुट होकर के काम करना है तथा मिलकर मोदी सरकार से देश की जनता को मुक्ति दिलाना है।

सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ना है

श्रीमती गांधी ने कहा कि विपक्षी दलों को एकजुटता से बहुत बड़ा राजनीतिक युद्ध लड़ना है। संसद सत्र के दौरान जिस तरह से सभी ने एक होकर एकता का परिचय दिया है उसी एकजुटता से संसद के बाहर भी इस सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ना है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की एकता के कारण ही संसद के मानसून सत्र में संविधान संशोधन विधेयक पारित हो सका है।

श्रीमती गांधी ने कहा कि भले ही विपक्ष के नेताओं के साथ उनकी करीब एक साल से कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई है फिर भी विपक्ष के सभी दलों ने मिलकर सरकार पर समय-समय पर दबाव बनाया है और उसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले हैं।

उन्होंने कहा कि इसी वर्ष 12 मई को प्रधानमंत्री को संयुक्त रूप से कोविड19 महामारी के खिलाफ टीकाकरण करने और कृषि संबंधी तीनों कानून खत्म करने की मांग की गई। उन्होंने कहा की विपक्ष के हस्तक्षेप के कारण टीकाकरण की खरीद को लेकर सरकार ने नीति में बदला किए और उसका फायदा जनता को हुआ।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि गत 23 मई को भी विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान जारी किया था जिसमे किसान मोर्चा के साथ सरकार से बात करने का आग्रह किया गया। उन्होंने कहा कि इनमें से कई मुद्दों को शरद पवार जी ने बाद में गृह मंत्री के साथ बातचीत …।

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