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अलग-अलग दो युवकों ने की आत्महत्या

दोनों युवक दिल्ली में करते थे प्राइवेट जॉब
एक 6 महीने पहले वापस आया था घर दूसरा 1 सप्ताह पहले ही लौटा था

औरैया: यूपी के औरैया जिले के बिधूना क्षेत्र के रावतपुर व सरैया भिखरा गांव में अलग-अलग 20 व 39 वर्षीय युवकों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने एक युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है,दूसरे युवक की अंत्येष्टि परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही कर दी।
पहली घटना रावतपुर गांव की है, जहां अशोक कुमार शाक्य का 20 वर्षीय पुत्र अगम दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था,वह एक सप्ताह पूर्व घर पर आया था, बुधवार की शाम अगम खाना खाकर अपने दूसरे मकान में सोने चला गया, सुबह जब देर तक सोकर नहीं उठा तो परिजनों को चिंता हुई और उन्होंने दूसरे मकान पर जाकर देखा तो अंदर से दरवाजा बंद था और कोई आहट भी नहीं सुनाई दी। परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा तो युवक का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला।

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परिजनों ने आनन-फानन युवक के शव को नीचे उतार कर पुलिस को सूचना दिए बिना ही ग्रामीणों की मदद से अपने खेत में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। युवक द्वारा फांसी लगा आत्महत्या किए जाने की जानकारी मिलने पर कोतवाली निरीक्षक राजकुमार सिंह राठौर ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर बिना पोस्टमार्टम कराए युवक का शव नष्ट किए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्वजनों एवं ग्रामीणों से घटना के संबंध में जानकारी की, तो युवक के कुछ परिजनों ने दबी जुबान से पड़ोस के गांव की किसी महिला से प्रेम संबंधों की भी जानकारी दी। बताया गया कि कुछ माह पूर्व भी युवक एक बार ट्रेन से कटने के लिए अछल्दा गया था उस समय परिजनों को जानकारी मिलने पर उसे मनाकर वापस घर लाया गया था। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह ने कहा मामले की जानकारी की जा रही है,आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

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दूसरी घटना सरैया भिखरा गांव की है, जहां के निवासी हरबंस सिंह सेंगर का पुत्र यशपाल (39) दिल्ली में अपने बच्चों के साथ रहकर प्राइवेट नौकरी करता था। लॉकडाउन के चलते बीते 6 माह पूर्व ही वह अपने बच्चों सहित घर वापस आ गया था। बुधवार को यशपाल देर शाम शराब के नशे में घर आया तो परिजनों ने आए दिन शराब पीकर आने पर आपत्ति प्रकट की। जिसके बाद यशपाल खाना खाकर घर के अंदर कमरे में सोने चला गया, जबकि उसकी पत्नी व बच्चे आंगन में लेट गये। सुबह जब यशपाल सो कर नहीं उठा तो परिजनों ने उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया पर कोई आहट नहीं हुई। जंगले से झांक कर देखा तो यशपाल का शव बेड के ऊपर लेंटर के कुंदे में अंगौछे से फाँसी के फंदे पर लटका मिला। आनन फानन में परिजनों ने दरवाजा तोड़कर यशपाल के शव को फांसी से उतारकर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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