वाशिंगटन। देश में डॉक्यूमेंट्री ‘काली’ के पोस्टर को लेकर जारी विवाद के बीच ट्विटर ने फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई के पोस्टर वाले ट्वीट को डिलीट कर दिया है। बता दें कि इस पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है, इसके साथ मां काली के एक हाथ में एलजीबीटीक्यू समुदाय का सतरंगी झंडा पकड़ा हुआ है। इसी पोस्टर को लेकर हिंदू समुदाय के लोगों में आक्रोश है, वह लगातार इस फिल्म का विरोध भी कर रहे हैं। इस पुरे घटनाक्रम के बीच फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई के खिलाफ मामले भी दर्ज कराए गए हैं। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने मणिमेकलाई के खिलाफ कथित तौर पर अपने ट्विटर हैंडल पर देवी काली की अपमानजनक छवि पोस्ट करने और “धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने” के लिए मामला दर्ज किया है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ट्वीट को केवल भारत में रोक दिया गया है, जिसका अर्थ है कि सामग्री को भारत में नहीं देखा जा सकता है।
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हालांकि, यह अन्य देशों के उपयोगकर्ताओं के लिए देखने के लिए उपलब्ध है। ट्वीट देखने के लिए कोई भी प्लेटफॉर्म पर देश की सेटिंग्स को आसानी से बदल सकता है। हिन्दुओं ने लीना पर धार्मिक भावनाओं को आहात करने का और मां काली का अपमान करने का आरोप लगाया है। लीना के खिलाफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मुंबई में एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं बताते चलें कि काली के पोस्टर पर कनाडा के भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने कहा कि कनाडा में हिंदू-विरोधी और भारत-विरोधी ताकतों ने हाथ मिला लिया है। बता दें कि कनाडाई सांसद चंद्र आर्य मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं। उन्होंने फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई के हिंदू देवी काली के एक आपत्तिजनक पोस्टर की निंदा की है।