- दिबियापुर के विवेकानंद ग्रामोद्योग महाविद्यालय में “भाषायी संगम से राष्ट्रीय एकता ” विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ
औरैया।आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर जिले के औद्योगिक नगर दिबियापुर के विवेकानंद ग्रामोद्योग महाविद्यालय में “भाषायी संगम से राष्ट्रीय एकता ” विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। कार्यशाला में तंजावुर तमिलनाडु के प्रसिद्ध विद्वान डॉ एम गोविंदराजन ने अपने संबोधन में भाषायी एकता पर बल देते हुए कहा कि संपूर्ण राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने के लिए भाषायी एकता परम आवश्यक है।
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हमारा देश प्राकृतिक रूप से भाषायी एकता में बंधा हुआ है, परंतु राजनीतिक स्वार्थ के कारण भाषाई टकराव उत्पन्न होता है। उन्होंने अपने संबोधन में आजादी के 75 वर्ष होने के अवसर पर सभी से अपील करते हुए कहा कि हमें राजनैतिक स्वार्थ छोड़कर राष्ट्रीय एकता पर बल देना चाहिए। महा विद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ डीपी सिंह ने हिंदी के माध्यम से संपूर्ण देश को जोड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने हिंदी के माध्यम से ही देश को एक सूत्र में पिरोया है।
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महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ इकरार अहमद ने कार्यशाला का विवरण देते हुए बताया कि यह कार्यशाला 6 अगस्त तक प्रतिदिन तक चलेगी और भाषायी एकता के माध्यम से राष्ट्रीय एकता में अपना योगदान देने का मार्ग प्रशस्त करेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ कमल किशोर गुप्ता ने की। महाविद्यालय के प्रबंधक राजेश कुमार गुप्ता ने भी विचार प्रकट किए ।इस अवसर पर डॉ विनीत त्रिपाठी ,डॉक्टर गजेंद्र यादव, अनुज मिश्रा , डॉ इफ्तिखार हसन, डॉ यश कुमार, डॉ राजेश राजपूत , डॉ राकेश तिवारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।