औरैया। जिले में शनिवार को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्य तिथि पर उन्हें याद कर स्वतंत्रता आंदोलन का अद्भुत योद्धा बता युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की अपील की गई।
शहर के तिलक शोध संस्थान सभागार में तिलक जी की पुण्यतिथि पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि आशाराम वर्मा ने कहा कि तिलक जी आजादी के आंदोलन के अद्भुत योद्धा थे, उन्होंने स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार का नारा देकर देशवासियो में आजादी की अलख जगाई थी, जिसका परिणाम था अगस्त 1947 को देश अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त हो सका। तिलक जी द्वारा समाज में व्यप्त विभिन्न प्रकार की बुराइयों को समाप्त करने के लिए भी कार्य किया। उन्होंने तिलक जी को महापुरुष की संज्ञा दी।
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संस्थान के अध्यक्ष पुष्पक शुक्ल ने कहा कि तिलक जी देश की आजादी के आंदोलन के महानायक थे, उन्होंने दो अखबारों का प्रकाशन कर देश की जनता को सूचना देने का कार्य किया, आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल की यात्रा भी करनी पड़ी, जेल में रहने के दौरान उन्होंने गीताभाषा नामक पुस्तक भी लिखी। उन्होंने लोगो में जागरूकता व एकता के लिए महाराष्ट्र में गणेश महोत्सव व शिवजी महोत्सव की शुरुआत कराकर लोगो को एकजुट करने का कार्य किया।
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विशिष्ट अतिथि शिक्षक महेंद्र अवस्थी ने कहा कि तिलक जी के विचार आज भी प्रासंगिक है, उनके विचारों से हम सभी प्रेरणा लेकर देश में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है। तिलक जी द्वारा शुरू किये गए गणेश महोत्सव कार्यक्रम आज महाराष्ट्र के साथ पूरे देश मे मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि तिलक जी के विचारों को आगे बढ़ाकर ही गांधी जी व अन्य नेताओं ने देश को आजाद कराया। कवि रमेश शर्मा ने तिलक जी पर लिखी रचना पढ़कर सुनायी और आज़ादी की लड़ाई में उनके योगदान की चर्चा की। कहां कि आज के युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। गोष्ठी में अखिलेश तिवारी, शुभम शुक्ल ने भी अपने विचार रखे। अंत में संस्थान के सचिव पीयूष शुक्ल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वर्ष कोरोना की वजह से जन्म तिथि पर कार्यक्रम का आयोजन नही हो सका है लेकिन अगले वर्ष धूमधाम से आयोजन किया जायेगा। इस मौके पर अंशु तिवारी, सार्थक, ईशान शुक्ल, साहित्य शुक्ल, साक्षी, शनी तिवारी, पुन्नी अवस्थी, रविशंकर पांडेय आदि लोगों ने भी तिलक जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।