लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 23 अगस्त से शुरु हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा के लिये अभूतपूर्व सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की जा रही है वहीं परीक्षा केंद्रों के रास्तों पर भी सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। साथ ही चिन्हित हॉटस्पॉट्स की ड्रोन कैमरों से चेकिंग की जाएगी। इसके अलावा एसटीएफ, लोकल पुलिस, क्राइम ब्रांच समेत कई एजेंसियां परीक्षा केंद्रों के आस-पास सक्रिय रहेंगी। प्रदेश के 67 जिलों में पुलिस आरक्षी के 60,244 पदों पर चयन के लिए लिखित परीक्षा होने जा रही है।
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसमें उन्होंने परीक्षा की तैयारियों को लेकर बारीकी से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि परीक्षा को लेकर कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए हर एक छोटे-छोटे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। योगी की मंशा के अनुरूप परीक्षा काे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
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इसके तहत अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ, यातायात, रेलवे, डायल-112 के साथ सभी जोन के एडीजी, पुलिस कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी को अपने-अपने जिलों में अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं। इस बार परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए परीक्षा केन्द्रों के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरों से विशेष नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही अति संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त नये सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। वहीं चिन्हित हॉटस्पॉट्स पर ड्रोन कैमरों से चेकिंग की व्यवस्था की गई है।
डीजीपी ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध सुनिश्चित किये गये हैं। इसके लिए परीक्षा केंद्र पर एसपी, एएसपी और सीओ को पर्यवेक्षक बनाया गया है। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों के अंदर एक सुरक्षा अधिकारी भी तैनात रहेगा। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की ओर से परीक्षा केंद्रों का बारीकी से भ्रमण किया जा रहा है। इस दौरान छोटी सी छोटी कमियों को दूर किया जा रहा है। वहीं परीक्षा केंद्रों पर भीड़ और अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए पुलिस फोर्स को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा शिक्षा विभाग, परीक्षा केन्द्रों के प्रबंधकों तथा संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सतर्कता के लिए आपातकाल प्लान के तहत कार्रवाई की योजना बनायी गयी है।
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इस बार परीक्षा के दो दिन पहले से लेकर परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थियों व अभिभावकों के उनके गृह जनपद में पहुंचने तक की स्थिति का आंकलन किया जा रहा है ताकि उसके अनुसार पुलिस बल का प्रबंध किया जा सके। परीक्षा केन्द्रों, रेलवे, मेट्रो स्टेशन, बस, टैक्सी स्टैंड, होटल, रेस्टोरेन्ट पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए भी पूरी व्यवस्था की गयी है। इसके लिए वहां के संचालकों, प्रबंधकों व अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों के साथ मिलकर प्लान बनाया गया है। इन सभी के सहयोग से पल-पल की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर राजपत्रित अधिकारियों एवं मजिस्ट्रेट की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगायी गयी है।
पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए 67 जिलोंं के जिन थाना क्षेत्रों में परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं, वहां यूपी-112 पीआरवी के वाहनों के चार्ट में परीक्षा केन्द्र के आस-पास के महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थानों को भी चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर लगातार पीआरवी की मूवमेंट रहेगी ताकि असामाजिक तत्वों का चिन्हीकरण करते हुए अभिसूचना विभाग, एसटीएफ तथा जनपदीय पुलिस द्वारा परस्पर उच्च स्तरीय समन्वय स्थापित कर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाये।
इतना ही नहीं परीक्षा केन्द्रों के आस-पास ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग तथा परीक्षा परिसर में मोबाइल, आईटी गैजेट्स एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री ले जाने के संबंध में दिये गये गाइड लाइन का पूर्णतः पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। वहीं परीक्षा केन्द्रों के प्रवेश स्थलों पर अभ्यर्थियों की तलाशी में सहयोग के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मी (महिला / पुरुष कर्मी) तैनात किये जाएंगे। इसके अलावा परीक्षा केन्द्रों के आस-पास स्थित फोटो काॅपी मशीन की दुकानों, साइबर कैफे, मोटरसाइकिल स्टैंड आदि के आस-पास प्रभावी चेकिंग की जाएगी।