दिबियापुर। थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली वृद्धा थाने पहुंची और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई। कलयुगी बेटे से प्रताड़ना के बाद आखिर जब सब्र का बांध टूटा तो थाना पुलिस से न्याय की उम्मीद जगी। वृद्धा ने थाना प्रभारी आरके शर्मा से बेटों की शिकायत करते कहा कि तीन दिनों से उन्होंने भोजन नहीं किया, इतना सुनते ही थाना प्रभारी ने मातहतों को निर्देशित करते हुए भोजन की व्यवस्था कराई। रोती बिलखती वृद्धा को देख चालक से नहीं रहा गया और वह अपने हांथो से भोजन कराने लगा। एक ओर उस मां की लाचारी नजर आ रही थी तो दूसरी ओर पुलिस का एक नया चेहरा लोगों के सामने था।
यह भी देखें : फफूंद में पलटी स्कूली बस, 25 बच्चे घायल, ग्रामीणों ने बच्चों को बाहर निकाला
वृद्धा प्रेमवती बतातीं हैं कि उनके तीन बेटे हैं और वह अलग रहते हैं। दो दिन पहले उनके बीच वाले बेटे के घर छठी का कार्यक्रम था, जिसके चलते वह घर आ गईं। जहां पहले तो दो दिन से बिना भोजन पानी दिए उन्हें दरकिनार किया गया और आज भरी दोपहरी उनके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। विडंबना देखिए एक मां तीन बच्चों को पाल पोश कर बड़ा कर देती है और तीन बेटे एक वृद्ध मां को दो वक्त का निवाला नहीं दे पा रहे। थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की उनके द्वारा जांच कराई जा रही है। आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।