पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश देती है गोवर्धन पूजा की लीला

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पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश देती है गोवर्धन पूजा की लीला

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November 15, 2022

नोएडा: महर्षि आश्रम, सेक्टर-110, नोएडा, स्थित रामलीला मैदान में ब्रह्मलीन परम पूज्य महर्षि महेश योगी जी की दिव्य प्रेरणा से राष्ट्र की समृद्धि, शांति और विकास के लिए ‘श्री विष्णु महायज्ञ’ के साथ परमपूज्य चिन्मयानंद बापू जी के श्रीमुख से पांचवें दिन कथा का रसपान करते हुए श्रद्धालु पुण्य के भागी बनें। इस अवसर पर परम पूज्य संत श्री चिन्मयानंद बापू जी ने कहा कि भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के पश्चात भगवान की अनेक लीलायें ब्रज में हुई। भगवान ने मात्र 14 दिनों में पूतना का वध किया और उसको मोक्ष प्रदान किया। भगवान की विचित्र लीला है कि जो भगवान को भजते हैं, उनको तो भगवान मुक्त करते ही हैं। और जिनको भगवान मारते हैं वह भी भगवान के द्वारा मुक्त ही होते हैं । बापूजी ने कहा कि भगवान ने जो माखन चोरी की लीला की है, वह लीला हमें संदेश देती है कि अपने मित्रों के साथ उनके जैसे बन कर के ही व्यवहार करें। जहां पर कोई ऊंच-नीच ना हो कोई छोटा-बड़ा ना हो। सभी के साथ समान व्यवहार हो और समाज में प्रत्येक व्यक्ति एक दूसरे के प्रति समान भाव रखें। ऐसा ही भाव सभी के मन में होना चाहिए। आगे भक्तों को कथा सुनाते हुए बापूजी ने कहा कि भगवान कृष्ण की जो गोपियों के वस्त्र चुराने की लीला है। उसमें भगवान ने गोपियों की अविद्या का हरण किया है। क्योंकि शास्त्रों में कहा गया है कि किसी भी नदी या सरिता में हमें नग्न होकर स्नान नहीं करना चाहिए। उसमें सरिता यानि नदी का अपमान है । भगवान ने उनकी इसी अविद्या का हरण किया। कालिया नाग के मर्दन की लीला से भी हमें यह शिक्षा लेनी चाहिए कि हमारी जीवन में किसी भी प्रकार का अहंकार नहीं होना चाहिए। कालिया नाग यमुना जी में खुद तो रहता था, लेकिन जिस जगह वह रहता था, उस जगह का जल उसने इतना दूषित कर रखा था, कि कोई भी व्यक्ति उसके पास जाए तो वह मृत्यु के करीब पहुंच जाता था। इसी बात का उसको घमंड हो गया था, इसलिए भगवान ने उसके घमंड को चकनाचूर किया।

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एक और गोवर्धन लीला की कथा सुनाते हुए कहा कि इंद्र अपनी पूजा कराते-कराते बहुत अभिमानी हो गए थे, और गोवर्धन की पूजा कराने से भगवान ने यह संदेश दिया कि इन वृक्षों पर फल-फूल लगते हैं, जिन वृक्षों की लकड़ियां हमें भोजन बनाने में सहायता प्रदान करती हैं, जहां पर गौ माता विचरण करती हैं, ऐसे गोवर्धन नाथ की पूजा हमें करनी चाहिए। जो गोवर्धन नाथ सबको अपनी शरण में रखते हैं, हम ऐसे गिरिराज जी की पूजा अवश्य करें और प्रकृति की पूजा करने में ही सभी का भलाई है। पर्यावरण की सुरक्षा का विशेष संदेश गोवर्धन पूजा से भगवान ने दिया है। कल कथा के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण और माता रुक्मणी का विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा । कथा परिसर श्रोताओं की भारी भीड़ के साथ पूरा भरा हुआ था और श्रोताओं का अपार प्रेम कथा के प्रति देखने को मिला । इस पावन और पवित्र कार्यक्रम श्री विष्णु महायज्ञ और श्रीमद्भागवत कथा के प्रणेता श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव- अध्यक्ष, महर्षि महेश योगी संस्थान, एवं कुलधिपति, महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी, श्री राहुल भारद्वाज- उपाध्यक्ष, महर्षि महेश योगी संस्थान, श्री पंकज शर्मा – सह संरक्षक, आयोजन समिति, श्री देवेंद्र त्रिगुणा, पद्म श्री एवं पद्म भूषण, श्री रामेश्वर, श्री प्रमोद जोशी, सीईओ, आस्था टीवी चैनल, श्री जयेश भाई, श्री अजीत, श्री रोहित, श्री मनोज गुप्ता, अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, नोएडा, श्री राजीव त्यागी, श्री नरेश शर्मा, श्री चौ. रामकेश, श्री अभिषेक वर्मा, श्री हरीश सचान, श्री महादेव पटेरिया, श्री सुनील मिश्रा, श्री प्रमोद रंगा, श्री मनोज श्रीवास्तव, श्री शिवप्रसाद शुक्ला, श्री वी. पी. शर्मा, श्री मोनू सिन्हा, श्री प्रदीप जी, श्री संतोष तिवारी, श्री भारत भूषण, श्री डी. एल. पण्डे, श्री अवधराज शुक्ल, श्री प्रभात गोस्वामी, श्री संजय सिन्हा, पंडित उमा चरण मिश्रा, श्री जय नारायण मिश्रा, श्री गिरीश अग्निहोत्री, श्री रामेन्द्र सचान- संयोजक, आयोजन समिति, एवं महर्षि परिवार के सैकड़ों श्रद्धालु और क्षेत्रवासियों ने कथा का श्रवण कर लाभान्वित हुए।