इटावा: जिले के भरथना विकास खण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत विरोंधी में विकास कार्यों व योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत परखने के लिए जिला स्तरीय टीम पहुंची। मौके पर कार्यों की पड़ताल की गई लाभार्थियों का सत्यापन किया गया इससे लोगों में हड़कंप मचा रहा।
प्रधान पक्ष के लोग खामियां छिपाने की कवायद में जुटे नजर आए तो वहीं दूसरे पक्ष के लोग और ग्रामीण योजनाओं के क्रियान्वयन में धांधली गिनाते दिखे। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने जो जांच की है और जो स्थितियों ने मौके पर मिली है उसके संबंध में आख्या उच्चाधिकारियों को देंगे। जिलाधिकारी के आदेश पर स्थलीय जांच शुरू कर दी गई है। गांव में विकास कार्यों को लेकर की गई जांच से ग्रामीणों में उत्साह देखा गया। कई ग्रामीणों ने जांच टीम के समक्ष मौके पर ही अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए प्रधान व प्रधान पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई ।
ग्राम पंचायत विरोंधी के ग्रामीण शिकायतकर्ता सोबरन सिंह पुत्र प्रयाग नारायण व शिवपाल सिंह सहित कई ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत स्तर पर कराए गए विकास कार्यों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से जांच कराए जाने की गुहार की थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला विकास अधिकारी दीनदयाल के नेतत्व में टीम ने ग्राम पंचायत में सड़क इंटरलॉकिंग,सरकारी आवास,शौचालय,पेंशन गौशाला आदि के कराए गए निर्माण कार्यों की मौके पर पहुंच कर एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों की मौजूदगी में स्थलीय जांच की।
टीम ने इंटरलॉकिंग सड़क को खुदवा कर उसकी गुणवत्ता परखी। सरकारी आवासों की भी वास्तविकता का स्थलीय निरीक्षण किया । जिसमें सड़क में गिट्टी बालू गायव मिली वहीं आवासों के आवंटन में गड़बड़ी मिलने की बात कही जा रही है। एक ग्रामीण ने आवास के लिए रुपए मांगे जाने की शिकायत रखी एक ने बताया कि उसके पैसे काफी समय तक प्रधान पर जमा रहे पर उसे आवास नहीं मिला।
जांच के दौरान खण्ड विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्रा,सचिव अतुल कुमार, प्रधानपति राजेन्द्र सिंह,शिकायतकर्ता सोबरन सिंह,शिवपाल सिंह सहित एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे।