अमृत काल के प्रथम वर्ष में देश कर रहा है जी-20 के आयोजन की अध्यक्षता: योगी

उत्तर प्रदेश

अमृत काल के प्रथम वर्ष में देश कर रहा है जी-20 के आयोजन की अध्यक्षता: योगी

By Tejas Khabar

August 19, 2023

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा करते हुए अमृत काल के प्रथम वर्ष में जी 20 के इस प्रतिष्ठित आयोजन की अध्यक्षता कर रहा है। वाराणसी के अपने दो दिवसीय दौरे पर आये मुख्यमंत्री यहां रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में जी-20 की श्रृंखला में आयोजित वाई 20 समिट कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम में देश-विदेश से आए युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता के कारण भारत दुनिया के अंदर नागरिकों के लिए आकर्षण का एक केंद्र है। लोकतांत्रिक परंपराओं पर विश्वास करते हुए भारत के अंदर 140 करोड़ आबादी जिस भाव-भंगिमा के साथ भारत की एकता व अखंडता के लिए अपने यशस्वी नेतृत्व में कार्य कर रहा है, वह भारत की सबसे बड़ी युवा आबादी के रूप में भी प्रस्तुत करती है।

यह भी देखें : अखिलेश ने कभी भी मंच से भारत माता जय नहीं बोला: केशव

मुख्यमंत्री ने देश के सबसे प्राचीन आध्यात्मिक नगरी में लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि वाराणसी बाबा विश्वनाथ का पावन धाम है। प्राचीन काल से ही धर्म व अध्यात्म की नगरी होने के साथ ही भारत की अध्यात्म, दर्शन, शिक्षा, साहित्य व कला की भूमि के रूप में यह प्राचीन नगरी जानी जाती रही है।प्रधानमंत्री व वाराणसी से सांसद नरेंद्र मोदी का प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जी-20 के कई समिट के आयोजन का अवसर उत्तर प्रदेश को उन्होंने दिया है। उसी श्रृंखला में वाई20 का मुख्य समिट वाराणसी में हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा “ हमारा सौभाग्य है कि वाराणसी, उत्तर प्रदेश की प्रमुख नगरी होने का सौभाग्य प्राप्त करती है। इसलिए न केवल उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक परंपरा को बल्कि कला, संगीत, शिक्षा की एक प्रमुख नगरी के रूप में भी वाराणसी व उत्तर प्रदेश के अन्य जगहों को भी यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि वह भारत की ह्रदय स्थल के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हुए हैं।”

यह भी देखें : कन्नौज में सकरावा नया थाना हुआ मंजूर

“ वाराणसी हमारे लिए प्रमुख धर्म स्थल इसलिए भी है कि भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश इसी नगरी के सारनाथ में दिया था। जो आज भी दुनिया के बौद्ध अनुयायियों के लिए पवित्र व आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता के कारण भारत दुनिया के अंदर नागरिकों के लिए आकर्षण का एक केंद्र है। लोकतांत्रिक परंपराओं पर विश्वास करते हुए भारत के अंदर 140 करोड़ आबादी जिस भाव-भंगिमा के साथ भारत की एकता व अखंडता के लिए अपने यशस्वी नेतृत्व में कार्य कर रहा है, वह भारत की सबसे बड़ी युवा आबादी के रूप में भी प्रस्तुत करती है। ”

मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि डेमोग्राफी डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी हमें विशिष्ट बनाती है। चिर पुरातन संस्कृति के सुदृढ़ नींव पर हमारा देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा करते हुए अमृत काल के प्रथम वर्ष में जी20 के इस प्रतिष्ठित आयोजन की अध्यक्षता कर रहा है। हर भारतवासी न केवल इस आयोजनों के प्रति लालायित है, बल्कि अपने आप को वैश्विक मंच पर एक उभरते हुए भारत के रूप में प्रस्तुत करने में गौरवान्वित महसूस करता है। जी20 की थीम “वन एअर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर” वास्तव में यह भारत की प्राचीन उस व्यवस्था को प्रस्तुत करता है, जिसमें हजारों वर्ष पहले दुनिया को भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया था।

यह भी देखें : छात्रों को मिली छात्रवृत्ति व प्रशस्ति पत्र

यह व्यवस्था एक परिवार के रूप में पूरी दुनिया को मानने वाली व्यवस्था है। उस व्यवस्था को जिसका वास्तव में अंत क्या है, ‘यह मेरा, यह तेरा’ यह विचार संकुचित सोच के लोगों का है। उच्च चरित्र वाले संपूर्ण संसार को ही एक परिवार मानते हैं। उन्होंने दुनिया के कोने-कोने से आये युवाओं को कहा कि प्राचीन समय से ही युवा शक्ति की बात होती रही है, जिसमें उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, श्री कृष्ण को भी याद करते हुए ‘ निसिचर हीन करउँ महि भुज उठाइ पन कीन्ह’ तथा ‘ परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्’,धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे ।” का जिक्र किया।

उन्होंने दुनिया को निर्वाण का उद्देश्य देने वाले भगवान बुद्ध, आदि शंकराचार्य, गुरू गोविंद सिंह, महाराणा प्रताप, शिवाजी, महारानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, ठाकुर रोशन सिंह, भगत सिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, विनायक सावरकर, वीर अभिमन्यु, फ्रांस के लुइस ब्रेल, आइंस्टीन सभी के युवा काल के दौरान किये गये प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने अटल इनोवेशन मिशन, स्टार्ट उप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया के तहत युवाओं के लिए प्रधानमंत्री द्वारा किये गये प्रयासों को बताते हुए सरकार द्वारा युवाओं के लिए किये जा रहे प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने आज के युवा को कल का निर्माता बताते हुए कहा कि बनारस का यह प्रवास आपको एक नयी ऊर्जा का संचार करेगा।