परिजनों ने बिना कानूनी कार्रवाई के दफना दिया शव, ग्रामीण ने दी पुलिस को सूचना
औरैया । फफूंद थाना क्षेत्र के गांव दौलतपुर में बीमारी से पीड़ित एक किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मां व छोटे छोटे भाइयों ने शव देखा तो चीख पुकार मच गई। गांव के लोगों ने शव को नदी के किनारे गाड़ दिया। गांव के एक युवक ने 112 पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर सीओ व अपर पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस फोर्स पहुंच गया। जहां पर जांच पड़ताल की। थाना क्षेत्र के गांव दौलतपुर निवासी राम बिलास कोरी व उसकी पत्नी टीबी की मरीज है। राम बिलास कोरी 15 दिन पूर्व अहमदावाद में प्राइवेट नोकरी करने गया था। पत्नी आरती देवी गांव में काम करके घर का भरण पोषण करती है। रामबिलास की पुत्री सिमरन 10 वर्ष अक्सर बीमार रहती थी। अभी दो दिनों से फिर बुखार आ रहा था। शनिवार की शाम को गांव निवासी जगदीश कोरी के पुत्र की बारात गई थी। घर के लोगों के लिए खाना बनाने मां आरती देवी गई थी। खाना बनाकर जब घर पर वापस लौटी तो पुत्री सिमरन को बुखार था।
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मां ने दवा खिलाकर पुत्री सिमरन को सुला दिया। सुबह मां जागी और जगदीश कोरी के घर खाना बनाने चली गई। तभी कुछ देर बाद बड़ा पुत्र 13 वर्षीय प्रायन्शु ने मां को सूचना दी कि दीदी ने फांसी लगा ली है। मां जब घर पर आई तो देखा कि पुत्री सिमरन फांसी पर लटकी थी। चीख पुकार की आवाज सुनकर गांव के लोग आ गये। उन्होंने फंदे से उतार लिया और शव को नदी के किनारे गाड़ दिया । तभी गांव निवासी एक युवक सूर्य प्रताप कुशवाह ने 112 पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर थाना पुलिस सहित सीओ अजीतमल भरत पासवान, अपर पुलिस अधीक्षक दिगम्बर कुशवाह सहित पुलिस अधीक्षक चारु निगम मौके पर पहुंची। जहां पर जांच पड़ताल करी और नदी के किनारे पहुंच कर शव को देखा। इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक दिगम्बर कुशवाह ने बताया कि गांव के एक युवक ने सूचना दी थी, कि एक किशोरी ने सन्दिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली है। सूचना पर हम लोग आए हैं। जांच की जा रही है। किशोरी बीमार रहती थी यह पता चला है। पिता को सूचना दी गई है। वह अहमदाबाद से आ रहे हैं।