औरैया। दिबियापुर रोड पर द्विवेदी गेस्ट हाउस समीप निवासी सुभाष राठौर मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। मंगलवार रात खाना खाने के बाद वह पत्नी आशा व दो बेटों के साथ घर के बाहर बाड़े में लेटा हुआ था। बड़ी बेटी प्रियंका (17) घर के अंदर कमरे में थी। रात में कमरा अंदर से बंद कर प्रियंका ने दुपट्टे से गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
यह भी देखें : डायनासोर की तरह समाप्त हो जाएगी कांग्रेस: राजनाथ
तड़के सोकर उठने के बाद दंपति जब घर के अंदर पहुंचे, तो दरवाजा बंद देख खटखटाया। काफी देर प्रयास के बाद दरवाजा न खुलने पर उन्होंने गेट के ऊपर लगी जाली से कमरे में झांका। जहां बेटी का शव फंदे पर देख चीख-पुकार मच गई। सूचना पर सदर कोतवाली पुलिस व फोरेंसिक टीम पहुंची। दरवाजे को किसी तरह खोला गया। इसके बाद नाबालिग का शव फंदे से उतारा गया।
यह भी देखें : कन्नौज के ‘तरकश’ के तीर से यादवलैंड पर निशाना साधने की कवायद
इस दौरान साक्ष्य भी जुटाए गये। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। सदर कोतवाल भूपेंद्र राठी ने बताया कि नाबालिग एक माह पहले ही घर लौटी थी। इससे पहले किसी के साथ गई हुई थी। फंदा लगाकर आत्महत्या करने को लेकर परिजन कुछ खास बता नहीं सके हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।