- इससे पूर्व स्कूलों में कराना होगा सेनेटाइजेशन
- अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी को दिए निर्देश
लखनऊ : बेसिक शिक्षा विभाग के तहत कार्यरत परिषदीय शिक्षकों को एक जुलाई से स्कूल में पहुंच आवश्यक विभागीय सूचनाओं से सम्बंधित कार्य निबटाने के निर्देश दिए गए हैं। गांव-गांव स्थित परिषदीय स्कूल को प्रशासन द्वारा प्रवासी मजदूरों के गृह वापिसी के समय क्वारंटाइन सेंटर बनाकर उनको 14 दिन तक रखने के लिये प्रयोग किया गया था। जिनमें से तमाम लोग कोरोना संक्रमित भी मिले थे।
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यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन(यूटा) के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौर ने शिक्षकों के संक्रमण से बचाव को लेकर स्कूल खोलने से पूर्व उनमें सेनेटाइजेशन करवाने की माँग की थी। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने समस्त जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर एक जुलाई से पूर्व विद्यालयों में सेनेटाइजेशन करवाने के फलस्वरूप ही प्रशासनिक देखरेख में स्कूलों को खुलवाने के निर्देश दिए हैं।
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छात्रों को अभी नहीं बुलाना होगा स्कूल
शासन ने एक जुलाई से मात्र परिषदीय शिक्षकों को ही स्कूलों में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं, बच्चों को स्कूल बुलाने के निर्देश नहीं हैं। परिषदीय शिक्षकों को स्कूल बुलाने का उद्देश्य विभागीय गैर शिक्षण कार्यो का निष्पादन कराना है। शिक्षक इस दौरान एमडीएम कन्वर्जन कॉस्ट हेतु अभिभावकों के खातों की डिटेल व छात्रों को राशन वितरण हेतु अधिकार पत्र देने की प्रक्रिया के साथ ही विभाग द्वारा संचालित विभिन्न पोर्टल पर आवश्यक फीडिंग का कार्य पूरा करेंगे।
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यूटा की मांग स्कूल न बुलाए जाएं शिक्षक
देश में लॉक डाउन खोलने के दिन से आज तक संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में एक जुलाई से परिषदीय शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित होकर गैर शिक्षण कार्यों को निष्पादन करने का आदेश पूरी तरह अनुचित एवं शिक्षकों की जान को जोखिम में डालने वाला है। और इतनी विपरीत परिस्थितियों में स्कूल खोलने से स्थिति बहुत ही खतरनाक सिद्ध हो सकती है क्योंकि जब स्कूल खुलेंगे और शिक्षक पहुंचेंगे तो स्कूलों में अभिभावकों और उनके साथ छोटे छोटे बच्चों का मिड-डे-मील कन्वर्जन कॉस्ट धनराशि,राशन व निःशुल्क बंटने वाली किताबों,ड्रेस,बैग इत्यादि की जानकारी करने आना और विद्यालयों में अनावश्यक भीड़भाड़ होना स्वभाविक है ऐसे में संक्रमण फैलने की पूर्ण संभावना होगी।
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यूटा के जिलाध्यक्ष ओमजी पोरवाल ,मंडल संयोजक नीरज राजपूत ,जिला महामंत्री आलोक बाबू गुप्ता ,कोषाध्यक्ष विशाल पोरवाल, ज्ञान प्रकाश बाथम,प्रदीप गुप्ता,रोहित उपाध्याय,शशांक सैनी,नेत्रपाल सेंगर,शशिकांत गौतम,धर्मेंद्र अंबेडकर सहित आदि ने फिलहाल स्थिति सामान्य न होने तक परिषदीय शिक्षकों को स्कूल न बुलाकर अन्य साधनों से कार्य कराने की मांग की है।
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