- प्राथमिक विद्यालय में तैनात टीचर की अचानक सांस फूलने की हुई थी परेशानी
- कोरोना के डर से डॉक्टरों ने नहीं किया शिक्षक का इलाज
फर्रुखाबाद: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते प्राथमिक विद्यालय में तैनात टीचर की इलाज के अभाव में मौत हो गई टीचर को अचानक सांस फूलने की परेशानी हुई तो परिजन सीएससी लेकर पहुंचे वही सीएससी में डॉक्टरों ने देखते ही छूने से इनकार करते हुए अपने अपने कक्ष में जाकर बैठ गए पीड़ित को ना ही आक्सीजन दी गई न इलाज के नाम पर उसको कोई दवा मुहैया कराई जिससे शिक्षक ने तड़प तड़प कर सीएससी में ही दम तोड़ दिया. शमशाबाद थाना क्षेत्र के मोहल्ला दलमीर खां निवासी अनिल कुमार पुत्र रामऔतार जोकि सीतापुर जिले के गेंदलामऊ ब्लॉक के नगला जयराम मैं प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक पद पर तैनात हैं जोकि कल शाम रविवार को अपने घर आए हुए थे.
अचानक उनकी सांस फूली और तबीयत बिगड़ती ही चली गई तबीयत बिगड़ने पर परिजन समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद लेकर पहुंचे और डॉक्टरों को देखने के लिए कहा डॉक्टरों ने देखा जिसके बाद परिजनों ने कहा डॉक्टर साहब आक्सीजन लगा लगा दो मेरे मरीज की तबीयत ज्यादा खराब है पर डॉक्टरों ने एक न सुनी सब अपने-अपने कमरों में चले गए तथा कुछ देर बाद टीचर की मौत हो गई वहीं मृतक के भाई ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया कहां की मेरे भाई को समय से ऑक्सीजन व इलाज मिल जाता तो मेरे भाई की मौत नहीं होती CHC के डॉक्टर व कर्मचारियों ने उनको छुआ तक नहीं ना ही किसी प्रकार इलाज दिया अगर मेरे भाई को डॉक्टर ऑक्सीजन लगाकर इलाज शुरू कर देते तो हो सकता शायद मेरे भाई की इलाज के अभाव में मौत नहीं होती वही टीचर की मौत के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है