चंडीगढ़। टाटा स्टील ने पंजाब के लुधियाना में एक स्क्रैप-आधारित इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (ईएएफ) वाला इस्पात सरिया कारखाना लगाने के लिए राज्य सरकार के साथ एक करार किया है। इसकी क्षमता 7.5 लाख टन वार्षिक उत्पादन की होगी। टाटा स्टील समूह की ओर से रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि इसके लिए पंजाब सरकार के साथ यहां 26 अगस्त को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उपस्थिति थे।
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कंपनी ने कहा है कि लुघियान में कडियाना खुर्द, हाईटेक वैली में यह नयी इस्पात इकाई पुनर्चक्रण आधारित अर्थव्यवस्था में निवेश बढ़ाने की उसकी प्रतिबद्धता की दिशा में एक कदम है। इसमें स्क्रेप स्टील (इस्पात के भंगार) के पुनर्चक्रण के माध्यम से कम कार्बन उत्सर्जन वाली प्रक्रिया के साथ स्टील तैयार किया जाएगा। ईएएफ-आधारित यह अत्याधुनिक इस्पात काराखाना कंपनी के प्रमुख खुदरा ब्रांड ‘टाटा टिस्कॉन’ के तहत निर्माण ग्रेड स्टील रीबार का उत्पादन करेगा, जो टाटा स्टील को निर्माण खंड में अपनी बाजार उपस्थिति को और बढ़ाने में सक्षम करेगा।
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कंपनी ने यह 2045 तक अपने उत्पादन में प्रति इकाई कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि को शुद्ध रुप से शून्य करने लक्ष्य रखा है। बयान में मुख्यमंत्री श्री मान को यह कहते हुए उद्धरित किया गया है,“यह बेहद खुशी की बात है कि मैं पंजाब राज्य में टाटा समूह का स्वागत करता हूं। टाटा समूह द्वारा पंजाब में इस्पात क्षेत्र में निवेश से राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। यह पंजाब के लिए गर्व का क्षण है। मेरी सरकार इस उपक्रम को सफल बनाने में पूरा सहयोग देती है।
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मुझे विश्वास है कि इस परियोजना से पैदा होने वाले रोजगार के अवसरों से पंजाब के युवा लाभान्वित होंगे।” टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी.वी. नरेंद्रन ने कहा, “पंजाब हमारे इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस के लिए एक आदर्श स्थान है, जो बाजार और स्टील स्क्रैप पैदा करने वाली वाहन क्षेत्र की इकाइयों के केंद्र से निकट है। हम भारत में स्क्रैप रूट के माध्यम से स्टील बनाने के लिए विकास की एक अच्छी दीर्घकालिक क्षमता देखते हैं।”