दीपू गुप्ता, औरैया: चंबल घाटी में बहुत से लोग इरफ़ान खान को पान सिंह तोमर कहते हैं और कई लोग पान सिंह तोमर की कल्पना भी इरफ़ान खान में ही कर लेते हैं । पान सिंह तोमर भी आत्मसमर्पण के लिए तैयार थे… लेकिन यह न हो सका हालांकि पान सिंह से पहले मोहर सिंह-माधो सिंह का समर्पण हुआ था और बाद में मलखान सिंह से फूलन देवी तक। लेकिन पान सिंह के साथ ऐसा नहीं हो सका. पूर्व सूबेदार और बागी पान सिंह तोमर मुरैना जिला के भिड़ओसा गाँव के रहने वाला था. पान सिंह तोमर की पत्नी इंदिरा देवी भी मृतक बॉलीवुड कलाकार इरफान खान की जबरदस्त प्रशंसक है उनके निधन पर इंदिरा देवी ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
इरफान खान कैंसर से दो साल तक झूझते रहे और वीमारी ने उन्हें इस दुनिया से विदा कर दिया
पान सिंह तोमर में निभाया गया उनका किरदार बार-बार लोगों के जेहन में तैरताहै। चम्बल के युवा, पान सिंह और इरफान में फर्क ही नहीं कर पाते। सूबेदार की पत्नी इंदिरा देवी भी इरफान के द्वारा अपने पति के किरदार में इरफान के अभिनय की मुरीद हैं।
बीहड़ और संसद का फर्क बताने वाले और चंबल की बागी परंपरा को फिल्मी पर्दे पर अपने अभिनय से जीवंत करने वाले इरफान खान इतनी जल्दी रुखसत हो जाएंगे इसका तो भान सूबेदार पान सिंह तोमर के परिवार को भी नही था, एक्टर पानसिंह इतनी जल्दी विदा हो जाएगा