लखनऊ: सीबीआई ने हाथरस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। इस संबंध में योगी सरकार ने केंद्र से सिफारिश की थी। हाथरस पीड़िता की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। पीड़िता की मौत के बाद इस मामले में जमकर बवाल हुआ,रोज नए खुलासे भी हुए। अब इस मामले की जांच सीबीआई करेगी, सीबीआई की लखनऊ यूनिट मामले में जल्द एफआईआर दर्ज करेगी। पूरे देश में प्रदर्शन और राजनीतिक शोर-शराबे के बाद इस मामले में प्रदेश सरकार ने 3 अक्तूबर को सीबीआई से जांच कराए जाने का फैसला किया था। चार अक्तूबर को सरकार ने इसके लिए सिफारिश भेजी थी। शनिवार को डीओपीटी ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी। अब जल्द ही सीबीआई हाथरस कांड की जांच शुरू करेगी।
30 सितंबर को पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया। परिवार के अनुसार पुलिस ने दबाव बनाकर जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कराया।
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जबकि पुलिस का कहना है कि परिवार की इच्छा के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। शुरुआत में सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई थी। मामले में एसआईटी की जांच के आधार पर एसपी समेत कई पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है। सुरक्षा के बीच पीड़ित परिवार को हाईकोर्ट ले जाएगी पुलिस हाथरस पीड़िता की मौत के मामले में सोमवार 12 अक्तूबर को पीड़िता के परिजन हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के समक्ष प्रस्तुत होंगे। परिजन कड़ी सुरक्षा के बीच हाईकोर्ट जाएंगे, इसके लिए पुलिस ने पर्याप्त इंतजाम किए हैं। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने हाथरस के मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। अधिकारियों को 12 अक्तूबर को तलब किया गया है।
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वहां कुछ उच्चाधिकारियों के अलावा डीएम और एसपी को भी बुलाया गया था। पीड़िता के परिवार को भी बुलाया गया है। हाईकोर्ट का यह संदेश खुद प्रभारी जिला जज पीड़ित परिवार से मिलकर दे गए थे। पीड़ित परिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस यहां से लेकर जाएगी और उसके बाद फिर घर पर छोड़कर आएगी।