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एसआरजी सुनीलदत्त ने सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान सिखाये विज्ञान के कौशल

एसआरजी सुनीलदत्त ने सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान सिखाये विज्ञान के कौशल
एसआरजी सुनीलदत्त ने सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान सिखाये विज्ञान के कौशल

दिबियापुर । शुक्रवार को राज्य संदर्भ समूह सदस्य सुनील दत्त राजपूत द्वारा पूर्व माध्यमिक विद्यालय कसहा विकास खंड सहार में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण प्रदान किया गया। जिसमें फेस-2, ई पाठशाला,रीडएलोंग एप व दीक्षा अभिभावकों अधिकाधिक डाऊनलोड करवाने हेतु प्रेरित किया।

विद्यालय में पंजीकृत 47 छात्रों के सापेक्ष मात्र 2स.अ.ही कार्यरत हैं।गणित विज्ञान शिक्षक न होने के बावजूद ये दोनों शिक्षक राकेश बाबू व नीलम वर्मा ही अतिरिक्त विषयों स्वअध्याय कर बच्चों को उक्त विषयों का शिक्षण कार्य करते है। एस. आर.जी.ने विज्ञान विषय से संबंधित विभिन्न उपकरणों के प्रयोग व महत्व के वारे में बताया कि पेरिस्कोप एक प्रकाशिक यंत्र है जिसके द्वारा प्रेक्षक छिपा रहकर भी अपने चारों ओर के वातावरण को देख सकता है। इसका उपयोग पनडुब्बी, युद्धपोत, क्रूज़र युद्धक्षेत्र में छिपे सैनिकों द्वारा, एवं तोपखाने के तोपची अफसर द्वारा लक्ष्य को देखने और शत्रु की गतिविधि का ज्ञान करने के लिए होता है।

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सूक्ष्मदर्शी वह यंत्र है जिसकी सहायता से आँख से न दिखने योग्य सूक्ष्म वस्तुओं को भी देखा जा सकता है। सूक्ष्मदर्शी की सहायता से चीजों का अवलोकन व जांच किया जाता है वह सूक्ष्मदर्शन कहलाता है। एवं स्प्रिंग बैलेंस का उपयोग भी बताया।वर्तमान समय कोविड19के दौरान सभी मॉड्यूल्स आधारशिला, ध्यानाकर्षण व आधारशिला का अध्ययन करने हेतु एस.आर.जी. सुनीलदत्त राजपूत ने उन्हें प्रेरित किया।

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