- फफूंद स्टेशन से डीएम एसपी ने झंडी दिखाकर ट्रेन को किया रवाना
- बिहार के 2,000 से अधिक श्रमिकों और उनके बच्चों को उनके गृह राज्य भेजने के लिए ईट निर्माता समिति ने की थी पहल
औरैया। आखिर जिले के ईट भट्टों पर कार्यरत 2,000 से अधिक बिहारी श्रमिक और उनके बच्चों को गृह राज्य पहुंचाने के लिए रविवार शाम श्रमिक स्पेशल ट्रेन फफूंद स्टेशन से रवाना हो गई।
ईट निर्माता समिति के पदाधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों के चेहरों पर मजदूरों को सुरक्षित तरीके से उनके गृह राज्य भेजने का सुकून भी दिखा तो मजदूरों के चेहरों पर भी घर की रास्ता आसान राह के साथ खुशी चमकती नजर आई। मजदूरों के अनुसार पहली बार उन्हें इस तरह की सुविधा के साथ घर वापसी का मौका मिला है।
यह भी देखें… दवा लेने गया युवक यमुना नदी में डूबा
निर्धारित समय पर 24 डिब्बों वाली यह स्पेशल गाड़ी को फफूंद स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 4 से जिलाधिकारी अभिषेक सिंह व पुलिस अधीक्षक सुनीति, स्टेशन अधीक्षक अर्जुन सिंह ने जनपद ईट निर्माता समिति के अध्यक्ष रविंद्र सिंह कुशवाहा, अनिल गुप्ता, पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में झंडी दिखाकर रवाना किया। इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन से कुल 2118 लोग बिहार के लिए रवाना हुए।
यह भी देखें… इटावा में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा सवा सौ पर पहुंचा
गया व नवादा में उतरेंगे श्रमिक
ट्रेन बिहार में गया व नवादा स्टेशन पर इन श्रमिकों और उनके परिजनों को ड्रॉप करेगी। इससे पहले सुबह से ही जिलेभर में स्थित विभिन्न ईद भक्तों से श्रमिकों और उनके बच्चों का दिबियापुर के वैदिक इंटर कॉलेज पहुंचना शुरू हो गया था। यहां राजस्व विभाग की टीमें श्रमिकों का ब्यौरा तैयार करने में जुटी थी जबकि स्वास्थ्य विभाग की 20 टीमें स्पेशल ट्रेन से जाने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच थरमल स्कैनिंग के लिए लगाईं गई थी।
यह भी देखें… औरैया में संवेदना ग्रुप ने समर्पित किया मुक्तिधाम सेवा रथ
बच्चों के लिए दूध बिस्किट का किया गया इंतजाम
दोपहर बाद श्रमिकों और उनके बच्चों को फफूंद स्टेशन भेजा गया जहां लेखपालों और पुलिसकर्मियों ने उनके लिए तय कोच में उन्हें बैठाया। मजदूरों और उनके बच्चों के लिए लंच पैकेट, पानी की बोतल दूध बिस्किट आदि का इंतजाम किया गया था।
यह भी देखें… पिता की मौत पर तीन पुत्रियों ने संयुक्त रूप से दी तहरीर, मामला दर्ज
सबने सराही ईट निर्माता समिति की पहल
अब तक आमतौर पर ईट भट्टों पर पथाई का सीजन समाप्त होने के बाद इन श्रमिकों को उनके गृह राज्य ट्रक ,डीसीएम ,बस आदि डग्गामार वाहनों के जरिए भेजा जाता था पहली बार इन्हें उनके गृह राज्य सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से भेजने के लिए ईट निर्माता समिति ने पहल की। प्रशासन ने रुचि दिखाई बात बन गई तो रेलवे ने किराए के रूप में 700000 की डिमांड की।
यह भी देखें… बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव कोरोना पॉजिटव
यह धनराशि ईट निर्माता समिति में जमा की। इसके बाद कुछ और धनराशि की डिमांड की गई जिसे समिति ने जमा कराया इसके बाद स्पेशल ट्रेन बिहार भेजे जाने का रास्ता साफ हुआ। ईट निर्माता समिति के जिला अध्यक्ष रविंद्र सिंह कुशवाहा ने प्रशासनिक अधिकारियों व रेल प्रशासन का आभार व्यक्त किया।