दिबियापुर । रविवार को नगर के बहेरे वाली पुलिया राणा नगर में श्रीमद् भागवत कथा एवं बारहवें दुर्गा महोत्सव का भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। आचार्य अरुण मिश्रा व परीक्षित वीरेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में कथा आयोजन स्थल से शुरू हुई कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल रहीं । पवित्र जलस्त्रोत से कलश को भर कर लाने के बाद कथा आयोजन स्थल पर धार्मिक विधि एवं मंत्रोच्चरण के साथ स्थापित किया गया। आरती के साथ शुरू किए गए श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य श्री मिश्रा ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सर्वप्रथम इसकी महिमा से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि विश्व में सभी कथाओं में ये श्रेष्ठ मानी गई है।
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जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है, वो तीर्थ स्थल कहलाता है। इसका सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियां को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा अन्य भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है, तो भी वो कई पापों से मुक्ति पा लेता है। इसलिए सात दिन तक चलने वाली इस पवित्र कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सुधारने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। क्योंकि ये कथा भगवान श्री कृष्ण के मुख की वाणी है, जिसमें उनके अवतार से लेकर कंस वध का प्रसंग का उल्लेख होने के साथ साथ इसकी व्यक्ति के जीवन में महत्ता के बारे में भी बताया गया है।
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इसके सुनने के प्रभाव से मनुष्य बुराई त्याग कर धर्म के रास्ते पर चलने के साथ साथ मोक्ष को प्राप्त करता है। उन्होंने बताया कि इस कथा को सबसे पहले अभिमन्यु के बेटे राजा परीक्षित ने सुना था, जिसके प्रभाव से उसके अंदर तक्षक नामक नाग के काटने से होने वाली मृत्य़ु का भय दूर हुआ और उसने मोक्ष को प्राप्त किया था। इस मौके पर आयोजन समिति के रामकुमार अवस्थी बद्दू , श्यामबाबू शर्मा , कुलदीप पोरवाल ,अरविन्द विश्नोई , श्रीकृष्ण राजपूत , विशुन दयाल पोरवाल , राजन शुक्ल , जयकृष्ण पोरवाल , उत्कर्ष दुवे आदि व्यवस्था संभालते नजर आए ।