लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने उसके अधीन आने वाली सभी मस्जिदों में आपसी सौहार्द और शांति व्यवस्था बिगाड़ने वाला कोई भी बयान या तकरीर देने और नमाज़ के अलावा किसी भी तरह की भीड़ एकत्र करने पर पाबंदी लगा दी है। बोर्ड के कार्यवाहक प्रशासनिक अधिकारी सैयद हसन रज़ा रिज़वी ने बृहस्पतिवार को जारी आदेश में बोर्ड में पंजीकृत सभी वक्फ संपत्तियों के मुतवल्लियों (प्रबंधकों), प्रबंध समितियों तथा प्रशासकों से कहा गया है कि वे अपने-अपने प्रबंधन वाली मस्जिदों में नमाज़, खास तौर पर जुमे की नमाज़ में ऐसा कोई भी खुत्बा (भाषण) या कोई ऐसा बयान नहीं होने दें जिससे आपसी सौहार्द और शांति व्यवस्था बिगड़ने की आशंका हो।
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आदेश में यह भी कहा गया है कि मस्जिदों में नमाज़ के अलावा किसी भी तरह का कोई जलसा (सभा) आयोजित न किया जाए और ना ही भीड़ एकत्र होने दी जाए। इस आदेश की एक प्रति प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों को भी भेजी गई है। बोर्ड के अध्यक्ष अली ज़ैदी ने बताया कि पिछली 10 जून को देश के विभिन्न राज्यों में जुमे की नमाज़ के बाद हुए उपद्रव से उपजे हालात के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था अगले आदेशों तक लागू रहेगी।