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रामपुर में दूसरे चरण का मतदान, आजम के बेटे अब्दुल्ला की हैदर अली खान से कांटे की टक्कर

रामपुर में दूसरे चरण का मतदान, आजम के बेटे अब्दुल्ला  की हैदर अली खान से कांटे की टक्कर
रामपुर में दूसरे चरण का मतदान, आजम के बेटे अब्दुल्ला की हैदर अली खान से कांटे की टक्कर

रामपुर। उत्तरप्रदेश की सबसे दिलचस्प सीटों में से एक रामपुर स्वार की विधानसभा से हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में हैं। उन्होंने कहा इस बार समाजवादी पार्टी का इस बार सफाया होगा। अपना दल एस बीजेपी गठबंधन से हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां ने सोमवार सुबह अपना वोट डाला। उन्होंने जिला पंचायत में मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला और सोमवार को कहा देश हित मे वोटिंग करना जरूरी है। हमजा ने अखिलेश यादव पर जमकर पलटवार किया।

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हमजा मियां ने कहा अखिलेश यादव कहते हैं भाजपा सरकार में जुल्म हुआ है इस पर हमजा मियां ने कहा जब सपा सरकार में गरीबों के मकान तोड़े जा रहे थे। उस व़क्त अखिलेश यादव कहां थे कोई अगर उनके पास यहां की शिकायत लेकर जाता था तो वह कहते थे रामपुर उत्तर प्रदेश का हिस्सा नहीं है। गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश की रामपुर विधानसभा की दो सीट बन गई है। जहां पार्टी और दल के बीच नहीं बल्कि दो सियासी राजघरनों के बीच मुकाबला है वो भी दो अलग-अलग सीटों पर।

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स्वार टांडा सीट पर आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम और नवाब काजिम के बेटे हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां एक दूसरे के सामने चुनावी मैदान में हैं। रामपुर के चुनावी इतिहास की बात करें तो सिर्फ चुनाव 1996 में आजम खान को हार का सामना करना पड़ा था। लोकसभा चुनाव 2019 में आजम सांसद बन गए और उनकी जगह उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा रामपुर शहर विधानसभा सीट चुनाव जीत गईं। अभी तो आजम खान पिछले 23 माह से जेल में हैं। इस बार उनके बेटे दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं।

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रामपुर नवाब स्वार टांडा सीट को जीतने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के शिव बहादुर सक्सेना 1989, 91, 93 और 1996 में लगातार चुनाव जीते। हमजा के दांव की वजह से लड़ाई काफी रोचक है। स्वार टांडा विधानसभा सीट पर मुस्लिम और दलित वोटर्स को बड़ा फैक्टर है। इस विधानसभा सीट में 55 फीसद मुस्लिम और 45 फीसद हिंदू मतदाता हैं। ये सभी पार्टियां उन्हें गोलबंद कर रही हैं।

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