डिजिटल कार्ड से बचाएं, जन, धन, समय और कल

औरैया

डिजिटल कार्ड से बचाएं, जन, धन, समय और कल

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June 25, 2022

ककोर। मौसम और जलवायु परिवर्तन से वर्तमान में उत्पन्न हो रही समस्याओं से हम सबको अपना और अपने आने वाली पीढ़ी का भविष्य खतरे में प्रतीत हो रहा है | इससे चिन्तित पर्यावरण प्रेमी एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्त छात्रा नेहा कुशवाहा ने जिला मुख्यालय ककोर जाकर अपर जिलाधिकारी रेखा एस चौहान व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट रमेश यादव से मिलकर यह योजना बताई व उनको पत्रक दिया । अधिकारियों ने इस मुहिम में प्रशासनिक सहयोग का आश्वासन दिया है। नेहा कुशवाहा ने बताया कि वनों की घटती संख्या से उत्पन्न समस्याओं की बानगी भर देखें तो लू – लपट, सूखा, बाढ़, महामारी, भुखमरी, शुद्ध वायु का अभाव, पीने के पानी की कमी, पक्षियों की घटती संख्या, भूमिगत जल स्तर में कमी, विलुप्त हो रहे जीवों और औषधीय वनस्पतियों की प्रजातियां आदि प्रमुख हैं जो हम सबके लिए बेहद चिन्ताजनक स्थिति में हैं |

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ऐसे में हम सबका भविष्य खतरे में है | इसलिए हम सबका दायित्व है कि अपने विकास की रफ़्तार को कम किए बिना विनाश की ओर गतिमान पृथ्वी को बचाने के लिए अपनी प्रकृति के संरक्षण में समय, त्याग और समर्पण की यथासंभव आहूति अवश्य दें | हमसब देखते हैं कि शादी विवाह आदि के आयोजन में हम लोग हजारों रुपये खर्च करके छपवाए जाने वाले पारम्परिक कार्डों की जगह यदि डिजिटल कार्ड को बढ़ावा दें और फिर उस आमन्त्रण पत्र को अपनों में वितरित करें तो इससे हम सब न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और नैतिक रूप से आपसी समानता, समरसता और एकता लाने के साथ साथ प्रकृति संरक्षण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सफल होंगे |

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सड़क दुर्घटना से होने वाले जान माल के नुकसान को रोकने के साथ ही अनावश्यक व्यय होने वाले समय और धन को बचा सकते हैं | अब से ऐसा करने वाले सभी महानुभावों को हमारी मुहिम की तरफ से प्रकृति संरक्षण साधक ( प्रशंसा) पत्र प्रदान किया जाएगा |