गुवाहटी। असम में आतंक के खिलाफ हिमंत बिस्वा सरमा सरकार लगातार एक्शन मोड पर काम कर रही है। राज्य के बंगाईगांव में मंगलवार रात एक अवैध मदरसे को तोड़ दिया गया। इमाम और मदरसा शिक्षकों सहित 37 लोगों की गिरफ्तारी के बाद असम सरकार द्वारा ये तीसरा मदरसा ध्वस्त किया गया है। टीचर पर अलकायदा से जुड़े होने का आरोप हैं। वहीं आरोप है कि मुफ्ती हफिजुर रहमान मदरसे में रहकर जिहादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। असम की गोलपारा पुलिस ने हाल ही में रहमान को गिरफ्तार किया था। इसके बाद बोंगईगांव प्रशासन ने नोटिस भेजा था।
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एसपी स्वप्नील डेका ने एक न्यूज़ एजेंसी को बताया, जिला प्रशासन ने एक आदेश में कहा कि मदरसा संरचनात्मक रूप से कमजोर और मानव निवास के लिए असुरक्षित है क्योंकि मदरसा भवन एपीडब्ल्यूडी विनिर्देशों/आइएस मानदंडों के अनुसार नहीं बनाया गया था। मदरसे को ध्वस्त करने से पहले मंगलवार रात को ही भारी पुलिस और सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया था। प्रशासन ने रात में ही मदरसे के हॉस्टल को भी खाली करा दिया था। इसी महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री सरमा ने बताया था कि राज्य पुलिस ने भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा के कई मॉड्यूल और बांग्लादेश स्थित अंसारुल्लाह बांग्ला टीम का भंडाफोड़ किया है, जो राज्य के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए सक्रिय थे।