मुंबई। जिंदगी डीटीएच पर नया शो साराब 06 अप्रैल से शाम 7:30 बजे से प्रसारित होगा। सोन्या हुसैन ने शो साराब में शिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित होरैन की भूमिका निभायी है। साराब में काम करने का अपना अनुभव साझा करते हुये सोन्या हुसैन ने बताया, ‘साराब’ में मानसिक स्वास्थ्य की पेचीदगियों को दिखाया गया है। हमारे समाज में होरैन जैसे लोगों को किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, वो इसमें दिखाया जा रहा है। शिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित होरैन के सफर को दिखाकर, इस शो में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कलंक के बारे में खुलकर बात की गई और दर्शकों को उसका मुकाबला करने के लिए प्रेरित किया गया है। इसका लक्ष्य संवेदना और समझ विकसित करना है, जिससे आखिरकार मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को लेकर संवेदनशील और समझदारी भरा तरीका अपनाने की ही प्रेरणा मिलेगी।
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सोन्य हुसैन ने कहा,मानसिक स्वास्थ्य एक वैश्विक मसला है जोकि सीमाओं और संस्कृतियों से परे है। साराब में हौसला, प्यार और मानसिक सेहत को लेकर सामाजिक रवैये के प्रभाव जैसे मुद्दों को दिखाया गया है। ये मुद्दे पूरी दुनिया से जुड़े हैं। मेरा मानना है कि हर पृष्ठभूमि के लोग, होरैन की कहानी और उसे जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, उससे जुड़ाव महसूस करेंगे। मानसिक स्वास्थ्य को बड़ी ही बारीकी से इस शो में दिखाया गया है। इससे एक सार्थक बातचीत की शुरुआत हो सकती है और अलग-अलग समझ रखने वाले दर्शकों के बीच की खाई भी कम हो सकती है।मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को ‘साराब’ में होरैन की जिंदगी से मानसिक स्वास्थ्य की पेचीदगियों की गहरी समझ मिलेगी।
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उसका किरदार, कई तरह के संघर्षों को दर्शाता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से गुजर रहे लोगों को किस तरह की संवेदना, स्वीकार्यता और सहयोग की जरूरत पड़ती है, उसका महत्व पता चलेगा। होरैन की शादी उसकी जिंदगी में खुशियां लेकर आता है और अस्फंद उसका एक मजबूत सहारा बनता है। इस शो में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों से लड़ने में प्यार और अच्छे जीवनसाथी की ताकत दिखाई गई है। मुझे यह भी उम्मीद है कि ‘साराब’ रिश्ते, प्यार और मानसिक स्वास्थ्य की परेशानी से उबरने की बेहतर समझ देगा। दरअसल, इस शो में हमारे समाज में मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक समग्र नजरिया अपनाने की जरूरत पर खासा जोर दिया गया है।