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साईं हॉस्पिटल संचालिका काली मेम अपने पुत्र और बहू के साथ गिरफ्तार

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साईं हॉस्पिटल संचालिका काली मेम अपने पुत्र और बहू के साथ गिरफ्तार
साईं हॉस्पिटल संचालिका काली मेम अपने पुत्र और बहू के साथ गिरफ्तार
  • 10 मई को एक महिला की ऑपरेशन के दौरान हो गई थी मौत
  • 9 जून को रिपोर्ट दर्ज कर अस्पताल कर दिया गया था सील
  • दिवंगत पत्नी को न्याय दिलाने के लिए युवक लगातार चला रहा था मुहिम

इटावा। 10 मई से अपनी मृत पत्नी प्रियंका यादव की मौत के दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिये दर दर अधिकारियों की चौखट पर ठोकरे खाने वाला सुरबेन्द्र यादव के घाव कोतवाली पुलिस ने शनिवार को मरहम लगाकर भर दिए। कल शाम इटावा सदर कोतवाली पुलिस ने काली मेम के आधे कुनबे को कोतवाली में बैठने को मजबूर कर गिरफ्तार कर लिया। सूरजमुखी उर्फ काली मेम के कुनबे के साईं अस्पताल को पिछले दिनों सील कर देने के बाद कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार शाम काली मेम के साथ साथ पुत्रबधू और उनके डॉक्टर पुत्र को भी पकड़ने में सफलता प्राप्त कर ली थी। कोतवाली पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया है। इस मामले का जिलाधिकारी और एसएसपी ने गहनता से संज्ञान लिया था ।

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जिलाधिकारी इटावा के आदेश पर नगर मजिस्ट्रेट और डिप्टी सीएमओ ने 29 मई को जांच कर पाया था कि प्रियंका यादव की मौत लापरवाही के कारण हुई। अगर अस्पताल के संचालक चाहते तो जल्द रिफर करके प्रियंका की जान बचाई जा सकती थी। नगर मजिस्ट्रेट द्वारा जिलाधिकारी को प्रेषित जांच आख्या में स्पष्ट लिखा गया कि अस्पताल को सील कराकर संचालको के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए, जिससे इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके। इसके बाद 9 जून को सदर कोतवाली में सूरजमुखी उर्फ काली मेम और अस्पताल के स्टॉफ के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 321/2020 धारा 304 के तहत दर्ज किया गया था।

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110 दिन के बाद पुलिस और प्रशासन ने बिना मेडिकल डिग्री रखने वाली काली मेम के अस्पताल को सील कर दिया था। लेकिन प्रियंका को न्याय मिलना बाकी रह गया था। शनिवार को उसी न्याय की कड़ी में 115 दिन बाद कोतवाली पुलिस ने सूरजमुखी उर्फ काली मेम,उनकी पुत्रबधू शशि राजपूत और उनके डॉक्टर पुत्र ओमकान्त राजपूत को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। कोतवाली पुलिस ने काली मेम के कुनबे को पूछताछ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया । आखिर प्रियंका यादव की काली मेम के काले साम्राज्य के काले कमरे में लापरवाही से हुई मौत के मामले में उसको न्याय मिल ही गया। सोशल मीडिया पर जोर शोर से इस मुद्दे को उठाया गया था

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सैफई विश्वविद्यालय ने नही की अब तक कोई कार्यवाही

सैफई विश्वविद्यालय में न्यूरो सर्जरी में संविदा के पद पर तैनात सूरजमुखी उर्फ काली मेम के छोटे पुत्र डॉक्टर ओमकान्त राजपूत के ऊपर अभी तक विश्व विद्यालय प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नही की गई है। आरोप है कि ओमकान्त राजपूत साईं हॉस्पिटल में लगातार अपनी मां और पत्नी के साथ प्रसूताओं के के ऑपरेशन करते थे, लेकिन इस प्रकरण के बाद आज तक सैफई विश्वविद्यालय द्वारा भी कोई कार्यवाही अमल में नही लायी गयी है।डॉक्टर ओमकान्त राजपूत को भी कोतवाली इंस्पेक्टर वचन सिंह सिरोही द्वारा गिरफ्तार किया गया है।

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