फर्रुखाबाद | फर्रुखाबाद जिले में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाए गए सरकारी कार्यालय बिना फायर एनओसी के हैं। जब इस बारे में फायर विभाग के अधिकारी बीपी त्रिपाठी से पूछा गया तो उन्होंने बताया लोक निर्माण विभाग द्वारा जिले में जितने भी सरकारी बिल्डिंग बनाई गई है। उनमें किसी में भी फायर एनओसी नहीं है। उसको लेकर पहले भी कई बार नोटिस जारी कर दिए गए है। परंतु अभी तक उन नोटिस का कोई जवाब नहीं आया है। जिसमे से मुख्य रूप से जिला अधिकारी कार्यालय ,मुख्य विकास अधिकारी कार्याल ,राजकीय पॉलिटेक्निकल कालेज,बिजला घर कार्यालय आरटीओ कार्यालय ,मुख्य रूप से शामिल है।
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जो बिना फायर एनओसी के चल रहे है।वहीं अगर कोई भी बड़ा हादसा इस बिल्डिंग में हो जाता है तो यहां पर फायर सेफ्टी के नाम पर सरकार और प्रशासन दोनों ही लोगों को गुमराह करते हुए नजर आ रहे हैं। प्रशासन की इस लापरवाही से सवालिया और निशान के घेरे में आते हुए नजर आते है। देखने वाली बात तो यह होगी कि जिस बिल्डिंग में जिले के तमाम बड़े अधिकारी बैठते हैं। वही बिल्डिंग बिना एनओसी के चल रही है।
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हाल में ही कलक्ट्रेट परिसर स्थित निर्वाचन कार्यालय के गोदाम में आग धधक उठी थी । दमकल कर्मियों ने आग पर 3 घंटे की कड़ी मसक्कत के बाद काबू पाया। गोदाम में आठ सौ वोटिंग मशीनें समेत बीबी पैड रखी गई थी। आग की घटना के बाद इस बात का खुलासा हुआ है की सरकारी बिल्डिंग में फायर एनओसी न होना और फायर से बचाव के लिए लगाए गए यंत्र भी कबाड़ होते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं अगर बात की जाए फायर से बचाव के लिए लगाए गए सिलेंडरों की तो वह भी एक्सपायर हो गए हैं। वही इस मामले में फायर विभाग के अधिकारी बीपी त्रिपाठी से पूछा गया तो उन्होंने बताया की इसके खिलाफ पहले भी नोटिस जारी किए गए थे। जिले की जितनी भी सरकारी बिल्डिंग हैं, उनमें भी फायर एनओसी न होना एक बड़ी लापरवाही का नतीजा भी साबित हो सकता है।