इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा के सांसद और लोकसभा प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो.रामशंकर कठेरिया ने स्पष्ट किया है कि उनकी पत्नी उनके मुकाबले संसदीय चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होने कहा कि बेशक उन्होंने नामांकन किया है लेकिन यह कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी आगरा के दो चुनावों में और इटावा में एक दफा वह नामांकन कर चुकी हैं। पत्रकारों से बातचीत में प्रो. कठेरिया ने अपनी पत्नी के नामांकन करने की वजह साफ करते हुए बताया कि दो दिन पूर्व उनकी पत्नी ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया गया था |
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जिसके बाद लोकसभा क्षेत्र में इस बात की खूब चर्चा हुई थी कि आखिर उनकी पत्नी ने नामांकन क्यों किया था। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने की बात से इंकार कर दिया और नामांकन वापसी करने की बात कही है। प्रो.कठेरिया ने बताया है कि वो दो बार आगरा से लोकसभा चुनाव लड़े है । इस बार इटावा से लड़ रहे है और इससे पूर्व 2019 में जब वो इटावा से चुनाव लड़े चुके है, तब भी उनकी धर्मपत्नी ने डमी कैंडिडेट के रूप में नामांकन भरा था।
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यह प्रक्रिया एक चुनावी रणनीति का पार्ट है, जिसके तहत उनका नामांकन दाखिल कराया गया था। गौरतलब है कि बुधवार को पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. रामशंकर कठेरिया की धर्मपत्नी श्रीमती मृदुला कठेरिया ने इटावा लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया था। जिसके बाद यह मामला आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना था। लेकिन अब प्रो. रामशंकर कठेरिया ने इस मामले पर साफ कर दिया है कि यह एक चुनावी प्रक्रिया का पार्ट है।