अस्तल धाम में भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीराम कथा का हुआ शुभारंभ
फफूंद । नगर के बाबा का पुरवा में स्थित अस्तल धाम मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। सिर पर कलश रखे महिलाओं की टोली जब निकली तो नगर का वातावरण भक्तिमय हो गया। कलश यात्रा पर नगर में कई जगह पुष्प वर्षा की गई तथा जल पान भी कराया गया। यात्रा के साथ ही श्रीराम कथा का शुभारंभ हो गया। रविवार को नगर के बाबा का पूर्वा में स्थित सिद्धपीठ अस्तल धाम मंदिर में रामचरित मानस के पूजन के साथ कलश यात्रा का शुभारंभ हुआ। भारी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश व तुलसी का पौधा रखकर चल रही थीं।
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कलश यात्रा में शामिल महिलाएं पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे रही थीं। बैंडबाजों की धुन व भक्ति गीतों पर लोग झूमते नजर आए। कलश यात्रा कथा पंडाल से प्रारम्भ होकर राम जानकी मंदिर, ख्यालीदास मंदिर, महावीरधाम,महादेव धाम, बड़ी माता मंदिर होती हुई वापस अस्तल धाम में पहुंचकर समाप्त हुई । श्रीराम कथा में आचार्य महंत श्री नरहरि दास जी महाराज भक्त माली सत्यम पीठाधीश्वर अयोध्या ने कहा कि रामचरित मानस जीवन को सही दिशा देती है। इससे व्यक्ति की दशा बदल जाती है। रामचरित मानस को जीवन में धारण करने से व्यक्ति के अभिमान का नाश होता है। व्यक्ति को अभिमान रहित होकर भगवान की भक्ति करनी चाहिए। इस मौके पर नगर व क्षेत्र के सैकड़ो भक्त मौजूद रहे।