लखनऊ । राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के अधिसंख्य जिलों में बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण कई कच्चे पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुये है जबकि निचले इलाको में लोगों को जलभराव की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। वर्षा जनित हादसों में कम से कम छह लोगों की मौत हुयी है जबकि कई अन्य घायल हैं। मौसम विभाग के अनुसार बारिश की तीव्रता में शुक्रवार से नरमी के आसार हैं।
मैनपुरी जिले में बारिश के कारण मकान गिरने की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गयी है जबकि फिरोजाबाद में मकान गिरने से गृहस्वामी की मौत हो गयी। मैनपुरी के ग्रामीण क्षेत्रों में कई कच्चे मकान धराशायी हो गये हैं। शहरी क्षेत्रों में जलभराव के चलते लोगों की आवाजाही प्रभावित हुयी है जबकि नदियों का जलस्तर बढने से निचले इलाकों में बाढ का खतरा बढ गया है।
यह भी देखें : अभियान चला छह वारंटियों को भेजा जेल
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पूर्व मानसून के शुक्रवार से धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है। इसके बावजूद सिनोप्टिक सिस्टम के प्रभाव से उत्तर प्रदेश अगले दो दिनों के लिए ऑरेंज/रेड अलर्ट पर है। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी में अतिवृष्टि के कारण मकान गिरने से हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होने प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने कहा कि जलभराव की स्थिति में प्रभावित इलाकों में प्राथमिकता पर जल निकासी की व्यवस्था करायी जाए।
राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार बारिश से मैनपुरी की तहसील कुरावली में दो तथा भोगांव में तीन लोगों की मृत्यु हुयी है। फिरोजाबाद जिले के थाना नगला खंगार क्षेत्र में बड़गांव में बारिश के चलते गुरुवार शाम को एक मकान गिर गया जिसके मलबे मे दब कर मकान मालिक रामप्रवेश (51) गंभीर रुप से घायल हो गये। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से उन्हे बाहर निकाल कर जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। जिले में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित बना हुआ है। अनेक क्षेत्रों में जल भराव होने से आवागमन प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण बिजली आपूर्ति अभी पूरी तरह सुचारू नहीं हो पाई है जिससे आज इन्टरनेट सेवाएं प्रभावित रही। मैनपुरी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में बारिश के कारण मकान गिरने से पांच लोगों की मौत हो गयी।
यह भी देखें : सरोजनीनगर हादसे में घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे योगी, जाना कुशलक्षेम
क़ुरावली थाना क्षेत्र के ग्राम राजलपुर में बीती रात मकान गिरने से मलबे में दब कर ममता (40) और गाजियाबाद से आये रिश्तेदार दिलीप (35) की मौत हो गयी। भोगाँव थाना क्षेत्र के शिवपुरी निवासी मनोज की पुत्री वर्षा और पुत्र हर्ष अपनी माँ के साथ लेटे थे ,मकान की दीवार गिरने से पुत्र व पुत्री की मौत हो गयी जबकि मनोज की पत्नी ने उपचार के दौरान दम तोड दिया। पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
फर्रुखाबाद जिले में पिछले करीब 20 घंटों से हो रही वर्षा में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं और सड़के टापू में तब्दील हाे गयी हैं। तहसीलदार श्रध्दा पांडे ने बताया कि मूसलाधार बारिश के दौरान गुड़गांव में एक झोपड़ी के गिरने से उसके मलबे में दब कर तीन बकरियां मर गई। ग्राम रुनी चुरसाई में भूसे से भरा एक पुराना कच्चा मकान गिर गया। तहसील सदर के विभिन्न गांव में करीब डेढ़ दर्जन झोपड़ियां मकान गिरने से लाखों रुपए का नुकसान हुआ।
जिले के कम्पिल, कायमगंज, शमशाबाद,नवाबगंज,मोहम्मदाबाद,मेरापुर,खिमशेपुर, जहानगंज, कमालगंज आदि कस्बा क्षेत्र में मूसलाधार वर्षा के दौरान तेज हवाओं के चलने से मक्का एवं धान की खड़ी फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। फतेहगढ़ शहरी क्षेत्र में जल भराव रहने से सड़कों पर कर्फ्यू जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। बुंदेलखंड के जालौन जिले में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है जबकि खेतों में पानी भरने से तिल, उर्द, मूंग की फसल बुरी तरह प्रभावित हुयी है। जिले में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के पानी से खेत लबालब हो गए, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं वहीं नदियों में बढ़े जलस्तर के कारण पानी कई गांवों में प्रवेश कर गया है। गांव में फंसे लोगों ने सुरक्षित स्थानों की ओर रुख किया है।
यह भी देखें : दवाई लेने गई महिला लापता
बारिश के चलते नमामि गंगे की हर घर जल योजना के तहत गांव-गांव में साफ पानी पहुंचाने का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। जिला प्रशासन ने प्रभावित गांवों में राहत बचाव का कार्य शुरू किया है। बुधवार की रात शुरु गई बारिश गुरुवार की देर रात तक जारी रही। दो दिनो से हो रही बारिश से यमुना, बेतवा सहित पहुज नदियां उफान पर है। नदियों का पानी गांवों में जा घुसा। कोंच तहसील क्षेत्र के सलैया बुजुर्ग व पचीपुरा में पहुज नदी का पानी जा घुसा जिससे गांवों का सम्पर्क मार्ग टूट गया। सूचना पर मौके पर कोंच एसडीएम ज्योति सिंह ने सलैया बुजुर्ग गांव का मौके का मुआयना किया, वहीं कालपी तहसील क्षेत्र में यमुना नदी के जल में हुई बढोत्तरी में कारण मंगरौल समेत चार गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।