- आधा किलो सोना मिला, करीब एक दर्जन बैंक खाते, मकान, कमर्शियल कांप्लेक्स ,प्लॉट्स जमीनों का भी पता चला
- पंचायत समन्वयक अधिकारी निकला करोड़पति
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने गुरुवार सुबह बालाघाट के बारासिवनी निवासी जनपद पंचायत के समन्वयक अधिकारी के घर दबिश दी, जिसमें चार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश एवं सम्पति के दस्तावेज तथा जेवरात मिले हैं।पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू डी एस राजपूत ने बताया कि गंगौत्री कॉलोनी बालाघाट निवासी रमेश कुमार पटले अप्रैल 1988 में ग्राम सहायक के पद पर नियुक्त हुआ था। पदोन्नति पाकर वह जनपद पंचायत समन्वयक अधिकारी के पद तक पहुंच गया था। वर्तमान में जनपद पंचायत खैरलांजी जिला बालाघाट में पदस्थ था। जिनके खिलाफ ईओडब्ल्यू को शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए गुरुवार सुबह उनके बालाघाट स्थित घर में दबिश दी गई।
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दबिश के दौरान टीम को पत्नी के नाम पर गंगौत्री कॉलोनी में दो मंजिले मकान एवं तीन प्लॉट के दस्तावेज मिले हैं, जिसमें से एक प्लॉट में कमर्शियल काम्पलेक्स निर्माणधीन है।वारासिवनी में 0.22 हेक्टर का प्लाट , बालाघाट गर्रा में 1500 वर्ग फुट का प्लाट तथा दो अन्य भूमि के विक्रय-पत्र मिले हैं। इसके अलावा आधा किलो सोना, डेढ़ किलो चांदी के जेवरात, 25 हजार रुपए नगद के अलावा लगभग 16 लाख रुपए निवेश के दस्तावेज मिले हैं।समन्वयक अधिकारी और परिजनों के नाम पर दस बैंक खातों के दस्तावेज भी मिले हैं। उसमें जमा रकम के संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही है। ईओडब्ल्यू ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है तथा कार्यवाही जारी है। आरोपी को नौकरी के दौरान लगभग 35 लाख रुपए वेतन के रूप में मिले है और उसके पास मिली सम्पति का मूल्य चार करोड़ रुपए से अधिक है।
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