- गुरुजनों ने घर जाकर शाबाशी दी
- सेल्फ स्टडी के द्वारा 96.6% प्राप्त किये
- संस्कृत भाषा के प्रचार में भी योगदान करेंगी प्रगति
- फ़ोटो परिचय ।घर पर प्रगति का मुंह मीठा करते शिक्षक व परिजन
दिबियापुर। गेल डीएवी स्कूल में पढ़ने वाली हाईस्कूल की छात्रा प्रगति त्रिपाठी ने बिना कोचिंग के टॉपर्स की सूची में स्थान बनाया है। दिबियापुर कस्बे के औरैया रोड निवासी पुरस्कृत पत्रकार, लेखक मुनीष त्रिपाठी और शिक्षिका की पुत्री प्रगति त्रिपाठी ने 96.6% प्रतिशत अंक प्राप्त कर सफलता अर्जित की है। प्रगति ने किसी भी तरह की कोई कोचिंग नही ली।
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सेल्फ स्टडी में डिजिटल माध्यम का सहारा लिया। प्रगति ने बताया कि उन्होंने फ्री के डिजिटल टूल्स का सहारा लिया । इतना अवश्य है कि डिजिटल पर पड़ी सामग्री कौन सी अच्छी है इसके चयन करने में कठिनाई हुई। जिसका थोड़ा सा खामियाजा टर्म वन के एग्जाम में उठाना पड़ा लेकिन दूसरे टर्म के एक्जाम में उसे बहुत फ़ायदा मिला।
कोचिंग के जाने और आने वाले समय की भी बचत हुई जिससे तैयारी करने में समय भी ज्यादा मिला। प्रगति के इस उपलब्धि पर गेल डीएवी कॉलेज के संस्कृत शिक्षक सुधाकर भट्ट और गणित शिक्षक प्रेम प्रकाश ने प्रगति के घर पहुंचकर बधाई देते हुए कहा कि टर्म वन की तैयारी के दौरान स्टडी में कंटेंट के चयन में चूक के कारण प्रगति टॉप करने से चूक गई फिर भी बिना कोचिंग के यह उपलब्धि सराहनीय है।
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संस्कृत में 100 में 100 नंबर प्राप्त करने वाली प्रगति का कहना है कि कंटेंट के चयन में थोड़ी सी चूक से वह टॉप करने में चूक गई जिसका उसे मलाल है। उन्होंने बताया कि आगे चलकर वह किसी अच्छे संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद प्रशासनिक सेवा में जाकर देश की सेवा करना चाहती है। संस्कृत विषय को भी वह एक विषय के रूप में पढ़ाई कर भविष्य में संस्कृत भाषा के प्रचार में भी अपना योगदान देंगी।