- घर के छप्पर पर गिरा पेड़ परिजन दबे ग्रामीणों ने निकाला
- लगातार बारिश से सड़के गलियां फुल
कंचौसी । देर रात्रि तेज आंधी के साथ बारिश आफत लेकर आई।रात्रि से हुई लगातार बारिश से कई गांवों की बत्ती गुल हो गई है।असेनी पावर हाउस से जुड़े नोगवा फीडर के नोगवा ,अमरपुर ,बट्टहा, कनमऊ, पुरवामहिपाल ,विजई का पुरवा, सुंदरपुर, औऱ कंचौसी कस्बा सहित सात गांवों की बत्ती गुल हो गई। इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।कस्बे में लोगो को पानी का संकट पैदा हो गया है।मोबाइल स्विच ऑफ हो गए हैं।इनवर्टरो ने भी धोखा दे दिया है।आंधी व बरसात से कंचौसी फीडर से जुड़े ढिकियापुर ,घसाका पुरवा, बिहारीपुर ,कंचौसी गांव ,जमौली, चमरौआ सहित 6 गांवो की बिजली रात में ही गुल हो गई। वहीं, ग्रामीणों की शिकायत है कि अधिकांश गांवों में विद्युत लाइन जर्जर हो चुकी है।
यह भी देखें : बारिश के चलते कच्चा मकान ढहा, तीन गायेंं एक बछड़ा की दबकर मौत
हल्के हवा के झोंके से ही बिजली गुल हो जाती है। इस बारे में विभाग के बड़े अफसरों को कई मर्तबा अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी है।ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जल्द से जल्द तारों को ठीक कर बिजली आपूर्ति चालू करने की मांग की है। इस संबंध में असेनी फीडर के एसडीओ अनुराग पांडेय ने बताया कनमऊ गांव में इंसुलेटर खराब होने बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। लाइनमैन को मौके पर भेजकर लाइन ठीक कराई जा रही है।देर शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
यह भी देखें : सहार और सहायल में राम लीला का मंचन ,जिला पंचायत अध्यक्ष ने किया उद्घाटन
वही दूसरी ओर
बुधवार की रात्रि और गुरुवार को पूरे दिन हुई बरसात से कंचौसी कस्बे की सफाई व्यवस्था की कलई खुल गई। कस्बे की कई गलियों में बारिश का पानी जमा हो गया, वहीं सड़कों के छोटे-बड़े गड्ढे पानी से लबालब हो गए। इससे लोगों को आने – जाने में असुविधा का सामना करना पड़ा।लोगो के घरों में जलभराव हो गया है। कस्बे में पानी दिनभर बरसता रहा, सड़क दलदल में तब्दील हो गई राहगीरों का निकलना मुश्किल हो रहा है। रेलवे कॉलोनी में कई गलियां बारिश के पानी से कीचड़ में तब्दील हो गई है । भाग्यनगर के एक गांव में रघुराज पुत्र छोटे लाल के घर के बाहर खड़ा यूके लिपटिस का पेड़ आधी पानी के कारण गिर गया। पेड़ घर के बाहर खड़े ऑटो, और छप्पर पर गिरा। छप्पर के नीचे घर के सदस्य खाना खा रहे थे। जैसे ही पेड़ गिरा तो स्वजनों में चीख पुकार मच गई। पड़ोस के लोगों ने दौड़कर मलबे में फंसे जानवर और घर के सदस्यों को बाहर निकाला।
यह भी देखें : सीडीएस बिपिन रावत ने कहा भारत रॉकेट फोर्स तैयार करने पर विचार कर रहा है