अफसरों ने जिले का भ्रमण कर स्थितियों का जायजा लिया
औरैया: बुधवार को अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में 28 साल बाद आए फैसले को लेकर जिले में पुलिस प्रशासन की सजगता चप्पे-चप्पे पर नजर आई। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने जिले का भ्रमण कर नगर कस्बों में पुलिस बल की सक्रियता का जायजा लेते हुए शांति व्यवस्था सुनिश्चित की। हालांकि अयोध्या में पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाने तथा बुधवार को ढांचा ध्वंस मामले में भाजपा के दिग्गज नेताओं सहित सभी आरोपियों के बरी हो जाने के फैसले को लेकर किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। प्रशासन का मानना था कि ढांचा ध्वंस मामले से जुड़े आरोपियों को यदि दोषी ठहराया जाता है या उन्हें किसी भी तरह की विशेष अदालत द्वारा सजा दी जाती है तो उनसे जुड़े संगठनों के लोग प्रतिक्रिया स्वरूप विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।
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इसी के मद्देनजर शासन प्रशासन के निर्देश पर जिले भर में बुधवार सुबह से ही सुरक्षा और शांति व्यवस्था को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए थे। औरैया, औद्योगिक नगर दिबियापुर शहद जिले के सभी कस्बों व बड़ी आबादी वाली ग्रामीण बाजारों पंचायतों में अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सभी प्रमुख चौराहों, तिराहों पर पूरे दिन पुलिस सजग नजर आई। स्वयं जिलाधिकारी अभिषेक सिंह, पुलिस अधीक्षक सुनीति, अप्पर पुलिस अधीक्षक कमलेश दीक्षित, पुलिस उपाधीक्षक तथा अपर जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी आदि अफसर जिले के भ्रमण पर रहे और शांति व्यवस्था सुनिश्चित की।