नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जारी सियासी बवाल के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की महा विकास अघाडी सरकार को कोई खतरा नहीं है और यह तीसरा मौका है जब राज्य सरकार को गिराने की साजिश हुई है लेकिन यह सफल नहीं होगी। पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि, शिवसेना के कुछ विधायकों की नाराजगी उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा कि उनकी किसी से कोई बात नहीं हुई है।
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शरद पवार ने कहा कि, शिवसेना के विधायकों की नाराजगी के मामले को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे संभाल लेंगे। ढाई साल से सरकार ठीक से चल रही है। राकांपा और कांग्रेस पार्टी शिवसेना के साथ है। उन्होंने कहा कि, राकांपा में कोई बगावत के सुर नहीं है। पवार ने कहा कि, राज्य सभा और विधान परिषद चुनावों में पहले भी क्रास वोटिंग हुई है। इससे राज्य सरकार के भविष्य पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
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इस बीच एकनाथ शिंदे पर कार्रवाई करते हुए शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है। पद से हटाने के बाद शिंदे ने ट्वीट कर कहा, हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है.. बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे।