नई दिल्ली । शरीर में पानी की कमी होने पर दिये जाने वाले घोल ओआरएस की खोज करने वाले डा दिलीप महलानाबिस (मरणोपरांत) , जाने माने तबला वादक जाकिर हुसैन और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (मरणोपरांत) सहित छह हस्तियों को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 106 हस्तियों को विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए वर्ष 2023 के लिए पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। पद्म विभूषण से सम्मानित की जाने वाली अन्य हस्तियों में गुजरात के वास्तुविद बालकृष्ण दोषी, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा और वैज्ञानिक श्रीनिवास वर्द्धन शामिल हैं।
उद्योगपति कुमार मंगलम बिरला, साहित्यकार एस एल भ्यारप्पा, वैज्ञानिक दीपक धर के साथ साथ कला के क्षेत्र में वाणी जयराम और सुमन कल्याणपुर को भी पद्म भूषण से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा सामाजिक कार्य के लिए सुधा मूर्ति तथा अध्यात्म के क्षेत्र में कमलेश डी पटेल को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता उमाशंकर पांडे , अभिनेत्री रवीना रवि टंडन , वैज्ञानिक डा महेन्द्र पाल और चिकित्सा के क्षेत्र डा नलिनी पार्थसारथी सहित 91 हस्तियों को पद्म श्री पुरस्कार के लिए चुना गया है।
कुल 106 हस्तियों में से 19 महिला और दो विदेशी या प्रवासी श्रेणी के हैं। इस बार सात हस्तियों को मरणोपरांत इन पुरस्कारों से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।
राष्ट्रपति कला, समाजिक कार्य, लोक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग , व्यापार और उद्योग , चिकित्सा , साहित्य , शिक्षा, खेल और लोक सेवा आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए हर वर्ष मार्च तथा अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद्म पुरस्कार प्रदान करते हैं।