- सैकड़ों की संख्या में लोग कब्रिस्तान पहुंचे
- कब्रिस्तान पर नापजोख का आदेश दिखाए बिना ही वापस लौटी राजस्व की टीम
- कब्रिस्तान कमेटी ने जिलाधिकारी से कब्रिस्तान पर कब्जा रोकने की अपील की
फफूंद । नगर स्थित तिराहा चमनगंज के समीप कदीमी कब्रिस्तान पर अवैध कब्जा करने की खबर को लेकर कस्बे का माहौल पिछले कुछ दिनों से खराब नज़र आ रहा है और बीते बुधवार को भी विपक्षियों द्वारा कब्रिस्तान की जगह पर टट्टर गाड़ कर कब्जा करने की कोशिश की गई मगर फफूंद थाना प्रभारी द्वारा कब्जे को हटवा दिया गया था । शनिवार को कब्रिस्तान पर कब्जे की खबर फैलने पर कस्बे के मुसलमानों में आक्रोश पनप गया जिसके बाद सैकड़ो की संख्या में लोग कब्रिस्तान में पहुंच गये। वहीं दोपहर बाद कब्रिस्तान की नापजोख करने पहुंची कानून गो और लेखपाल की टीम को देख मुस्लिम समुदाय में आक्रोश पनपने लगा और उन्होंने कानून गो और लेखपाल से नापजोख करने का आदेश मांगा तो टीम उन्हें आदेश न दिखा सकी जिसके बाद राजस्व की टीम बिना नापजोख करे लौट गई। कब्जे को लेकर नगर का माहौल खराब न हो इसको मद्देनजर रखते हुए कब्रिस्तान कमेटी सहित कस्बे के लोगों नेजिलाधिकारी से कब्रिस्तान पर कब्जा रोकने की अपील की है।
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शनिवार की दोपहर नगर में खबर फैली कि आज कुछ लोग नगर की चमनगंज तिराहे पर स्थित कदीमी कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा करने आ रहे हैं ।यह खबर जंगल में आग की तरह कस्बे में फैल गई और सैकड़ो लोग कब्रिस्तान में पहुँच गये और दोपहर बाद कानून गो अचिंद्र मिश्रा,लेखपाल अंकित पोरवाल,आलोक शाक्य,सौरभ गौतम की टीम क़दीमी कब्रिस्तान की नापजोख करने पहुँची तो मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश पनपने लगा जिसके बाद कब्रिस्तान कमेटी ने राजस्व की टीम से नापजोख का आदेश दिखाने को कहा मगर राजस्व टीम नापजोख का आदेश न दिखा सकी और बिना नापजोख किये ही लौट गई जिसके बाद लोगों में तरह तरह की सुगबुगाहट होने लगी।कमेटी के अध्यक्ष हाजी रहमतउल्लाह खां ने बताया कि रकवा 907 एंव 906 मौके पर एक हैं जो क़दीमी कब्रिस्तान है जिसमें लगभग 150 वर्षों से दफीने होते चले आ रहे हैं ।
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उन्होंने बताया कि यह जमीन नम्बरदारों ने दान में कब्रिस्तान के लिये दी थी । हमारे बुजुर्गों ने इस कब्रिस्तान में कब्रें खोदने तथा देखभाल करने के लिये जिन्हें रखा था किसी तरह उनके नाम कागजों में दर्ज हो गये थे । नाम दर्ज होने के बाद उन्होंने इस जमीन का बैनामा भी कर दिया था तब मौजूदा कब्रिस्तान कमेटी को पता चला तो उन्होंने इस पर मुकदमा लड़ा था । आज भी एक मुकदमा माननीय न्यायालय सिविल जज औरेया में विचाराधीन है।इसी जमीन पर रोड के किनारे कुछ दुकानदार टीन शेड डालकर अपनी दूकानर किये हुए थे,बीते माह तहसीलदार ने पुलिस फोर्स के साथ कुछ दूकाने यह कहते हुए हटवा दी थी कि यहां पर सड़क की जमीन है और तालाब है । नगर में यही चर्चा है कि सरकारी जमीन खाली कराई गई है । इधर कई दिनों से दोबारा कब्जा होने जा रहा है की अफवाह से नगर के मुस्लिमों में आक्रोश पनप रहा है कि यदि यह सरकारी जमीन है तो फिर कब्जा करने लेने की नगर में क्यों चर्चा चल रही है । यह भूमि बेश कीमती है इसलिये लोग इस पर कब्जा करना चाह रहे हैं। कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष हाजी रहमतउल्ला खां सहित कस्बे के तमाम मुसलमानों ने जिलाधिकारी से पुरजोर अपील की है कि मुसलमानो के कदीमी कब्रिस्तान पर कब्जा की साजिश करने वालों को अविलंब रोका जाए जिससे कस्बे के माहौल खराब होने से बच सके और लोगों की आस्था पर कोई ठेस न पहुँच सके ।