औरैया। सावन के तीसरे सोमवार पर शहर से 5 किलोमीटर दूर स्थित बीहड़ में भोले बाबा के मंदिर देवकली पर सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। यहां पर सावन भर भक्तों का ताता लगा रहता है। जिसके चलते यहां पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं। यही नहीं इस मंदिर की महत्ता है कि यहां पर जो भी भक्त अपनी मन्नत मांगने के लिए आते हैं उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। सुबह से ही शहर के भोले बाबा के मंदिरों पर भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दी। शहर के सभी मंदिरों पर सुबह से ही भक्त बेल पत्र एवं जल लेकर भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए मंदिर में पहुंच गए।
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वहीं बीहड़ में स्थित देवकली मंदिर पर सुबह 4 बजे से ही भक्तों की लाइन देखने को मिली। देवकली मंदिर का विशेष महत्व है कि यहां पर जो भी भक्त बाबा से अपनी मन्नत मांगते हैं उनकी मन्नत पूरी होती है। आपको बता दें की कन्नौज के राजा जय चंद्र ने अपनी बहन देवकला के लिए यहां पर रुकने के लिए स्थान बनाया था। उनकी पूजा अर्चना करने के लिए यहां पर भगवान भोले बाबा की स्थापना की गई थी। देवकला जब कन्नौज से इस ओर जाती थी तो यहां पर रुक कर भोले बाबा के दर्शन आदि करके अपने गंतव्य की ओर रवाना होती थी।
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तभी से इस मंदिर की महत्ता है। यहां पर जो भी भक्त अपनी मन्नत मांगने के लिए आते हैं उनकी हर मन्नत पूरी होती है। यहां पर आसपास जनपदों एवं दूर-दराज क्षेत्रों से भी भोले बाबा के दर्शन करने के लिए लोग आते हैं। सावन भर इस मंदिर में दर्शन करने का विशेष महत्व होता है। मंदिर के महंत शिव जी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा भक्तों की सुरक्षा एवं उनकी सुविधा के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी है।