- महिलाओ ने भी अनशन को अपना समर्थन दिया
- काफी संख्या में महिलाओ ने भरी हुंकार
- महेश पांडेय भी ,24 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठे
- रेलवे के आला अफसर नही पहुंचे
दिबियापुर। औद्योगिक नगर दिबियापुर के फफूंद रेलवे स्टेशन पर कोविड संक्रमण काल में कई यात्री गाड़ियों का निरस्त किया गयाथा स्टॉपेज फिर से बहाल कराने तथा कुछ अन्य ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर 5 सितंबर से चल रहा सामाजिक कार्यकर्ता श्रीकृष्ण पिछड़ा का मौन आमरण अनशन लगातार पांचवें दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। उनके साथ 24 घण्टे के लिए समाजसेवी महेश पांडेय भी भूख हड़ताल पर बैठे । उधर जन जाग्रति सेवा समिति की वरिष्ठ पदाधिकारी ममता चक के नेतृत्व में महिला पदाधिकारियों ने भी अनशन स्थल पर काफी संख्या में पहुंचकर हुंकार भरी और आगे वह भी सैकड़ों की संख्या में अनशन पर बैठेगी ।
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वही आम आदमी के जिलाध्यक्ष धर्वेंद सिंह कुशवाहा,जिला महासचिव सौरभ कुमार, सुधीर चक व सपा व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता डा अभिनन्दन त्रिपाठी आदि लोगो ने पहुंचकर अनशन कारियो का मालार्पण कर स्वागत कर उत्साह बढ़ाया । शुक्रवार को अनशन स्थल पर रेलवे का कोई भी अधिकारी नही पहुंचा। समाज सेवी महेश पांडेय ने बताया कि देर रात किसी सक्षम अधिकारी को अनशन स्थल पर ही बुलाकर ज्ञापन भी दिया जायेगा।
डाक्टरों की टीम ने अनशन कारियो का चेक अप किया।वही दिबियापुर थाना प्रभारी शशिभूषण मिश्रा व एलआईयू के अधिकारी पहुंचे थे। बीते दो दिनों की रेलवे अधिकारियो ,तहसीलदार और डीएसपी सदर , रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने अनशन स्थल पर पहुंचकर श्री कृष्ण पिछड़ा व उनके समर्थन में बैठे लोगों से वार्ता की थी कि उनकी मांगों को उच्चाधिकारियो के पास पहुंचाकर उन्हें पूरा कराने की बात कहकर समय मांगा था और अनशन खत्म करने को कहा धा।
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इस पर समाजसेवियों व अनशन पर बैठे श्रीकृष्ण पिछड़ा नहीं माने। वार्ता विफल होने के बाद अधिकारी लौट गए थे। 12 सितंबर से समाजसेवी अन्नू पाल ने भी भूख हड़ताल पर बैठने का ऐलान किया है।