नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने जापान और सिंगापुर की मदद से गुरुद्वारा बाला साहिब के गुरु हरिकृष्ण अस्पताल में 24 बेड की मेडिकल एमरजेंसी पोर्टेबल ऑन डिमांड (पॉड) सेवा शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
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डीएसजीएमसी के महासचिव हरमीत सिंह कालका ने सोमवार को अरदास के बाद इस सुविधा के लिए अस्पताल में बुनियादी संरचना की सेवा शुरू की। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के मद्देनजर लोग दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी से यह अपील कर रहे थे कि जैसे पहले गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब के लक्खीशाह वंजारा हॉल में 400 बेड का कोरोना केयर सेंटर बनाया गया था, उसी तरह फिर से इलाज के लिए प्रबंध किए जाएं, इसलिए 24 बेड की मेडिकल एमरजेंसी पॉड सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया है जो अगले 15 दिनों में शुरू हो जाएगी।
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कालका ने बताया कि इन 24 बेड की सुविधा अस्पताल में पहले से मौजूद 125 बेड से अलग होगी। इस मेडिकल एमरजेंसी सुविधा के लिए सिंगापुर की ईको साफ्ट कंपनी की ओर से सहायता की गई है। इसके लिए जापान के एसएमबीसी बैंक द्वारा वित्तिय सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि चार पॉड में से प्रत्येक में छह-छह बेड होंगे जो आईसीयू बेड होंगे, जिसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद होंगी।