- कर्मचारियों के वेतन से काटकर 7.5 करोड़ अलग से दिए गए
- एनटीपीसी की कुल स्थापित क्षमता 62 110 मेगा वाट हुई
औरैया: शनिवार को एनटीपीसी परियोजना के अधिकारियों ने ऑनलाइन प्रेस मीट के जरिए परियोजना की उपलब्धियां गिनाई। खासतौर से कोविड-19 काल में परियोजना द्वारा विद्युत उत्पादन से लेकर कोविड से बचाव के लिए किए गए प्रयासों, योगदान की अधिकारियों ने जानकारी दी।
कोविड का प्रभाव शुरू होने के बाद विद्युत उत्पादन के मामले में औरैया परियोजना ने 99.64 प्रतिशत उपलब्धता दी और इसके चलते औरैया परियोजना को निरंतर शेडयूल भी प्राप्त हुआ है । बीते 5 अप्रैल को ग्रिड की स्थिरता के लिए परियोजना द्वारा अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया गया । बताया गया कि औरैया स्टेशन अप्रैल से लगातर चलते हुए अभी तक 272.3819 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन करके देश को प्रकाशवान बनाए रखने में अपना यथोचित योगदान दे रहा है। कोविड महामारी से निपटने के लिये अनेक राहत कार्यों में जिला प्रशासन को मदद की गई । एनटीपीसी की नैगम सामाजिक दायित्व नीति के अन्तर्गत औरैया परियोजना द्वारा जिला प्रशासन को परियोजना प्रमुख दिवाकर कौशिक तथा एजीएम मानव संसाधन वन्दना चतुर्वेदी की उपस्थिति में परियोजना द्वारा स्वास्थ्य रक्षक सामग्रियों जिसमें एक टन कीटनाशक , 5 स्प्रे मशीन , 850 पैकेट डिटॉल हैंड वॉश , 1000 हजार एंटीसेप्टिक साबुन इत्यादि उपलब्ध कराए गए।
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एनटीपीसी औरैया प्रबंधन द्वारा 2500 फेस मास्क , 422 लीटर हैंड सैनिटाइजर , 364 पीपीई किट , 140 वीटीएम एवं 02 थर्मल स्कैनर भी प्रदान किए गए । जागृति महिला मंडल के सौजन्य से परियोजना प्रभावित ग्राम जमुहां में जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री दी गई । अधिकारियों ने कहा कि औरैया परियोजना ने अपने नैगम सामाजिक दायित्व नीति के अन्तर्गत परियोजना प्रभावित ग्रामों एवं उसके आस – पास क्षेत्र में लोगों के समुचित विकास तथा जनहित कल्याणकारी कार्यों के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करने में सदैव प्रयत्नशील रही है। परियोजना प्रमुख दिवाकर कौशिक ने बताया कि एनटीपीसी लिमिटेड ने पीएम केयर्स फंड में 250 करोड़ रुपए का योगदान दिया एवं कर्मचारियों के वेतन से 7.50 करोड़ भी पीएम केयर फंड में जमा किए गए । इसके अलावा लगभग 20.07 करोड़ रुपए सीधे कंपनी की विभिन्न ईकाइयों द्वारा खर्च / प्रतिबद्ध किए गए हैं । एनटीपीसी स्थित अस्पतालों को मरीजों की देख – भाल के लिए सुचारू रूप से तैयार किया गया है तथा किसी भी आपदा से निपटने के लिये मॉकड्रिल की जा रही है और पीपीई किट , मास्क दस्ताने और सैनिटाइज़र की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
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एनटीपीसी की सभी परियोजनायें अपने – अपने स्तर पर राहत कार्यो में अपना विशेष योगदान देते हुए कामयाबी की नई बुलंदियों छू रही हैं । एनटीपीसी ने असाधारण परिचालन क्षमता को प्रदर्शित करते हुए तीन थर्मल स्टेशन विंध्याचल , तालचर कनीहा तथा सीपत ने शत प्रतिशत पीएलएफ प्राप्त किया है । वर्तमान में एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित क्षमता 62,110 मेगावाट है । एनटीपीसी के पास 25 कोयला संयत्र , 24 जेवी पावर स्टेशन , 7 संयुक्त चक्रीय गैस तरल ईंधन , एक हाइड्रो पावर प्लांट सहित कुल 70 स्टेशन हैं