- 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में चैसा
- लंगडा और दशहरी प्रजाति के आम की बागवानी होती है
सहारनपुर। देश और दुनिया में जायकेदार और उत्तम प्रजाति के आमों के लिए भी विख्यात सहारनपुर में देखने में खूबसूरत और खाने में बेहद जायकेदार आम की अमेरिकन प्रजाति सेंसेशन की बागवानी भी शुरू होगी। सहारनपुर की फल पट्टी में 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में चैसा, लंगडा और दशहरी प्रजाति के आम की बागवानी होती है। सहारनपुर से आम का जापान, इंग्लैड और अन्य कई मुल्कों को निर्यात होता है।
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अब सहारनपुर में आम की अमेरिकन प्रजाति सेंसेशन की बागवानी भी शुरू होगी जिसकी पौध सहारनपुर के कंपनी बाग में जुलाई तक तैयार हो जाएगी।औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के संयुक्त निदेशक भानु प्रकाश राम ने रविवार को यूनीवार्ता को बताया कि इस प्रजाति के पेड बौने होते है और कम स्थान लेते है। पौध लगने के तीन साल बाद फसल मिलनी शुरू हो जाती है और प्रत्येक वर्ष फल मिलतेे है।
उन्होंने बताया कि बागवानों के लिए यह प्रजाति इस मायने में वरदान साबित होगी क्योंकि आकर्षक और सुगंधित एवं जायकेदार आम होने के कारण बाजार मे उसके दाम डेढ गुणा मिलेंगे। लागत कम आएंगी। एक पौध की कीमत मात्र 39 रूपए है। आम बाहर से देखने में लाल और उसका गुद्दा नारंगी रंग का होता है।
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भानु प्रकाश राम ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा ने इस प्रजाित को भारत के आम्रपाली और अमेरिकन सेंसेशन के क्रास से विकसित किया है। इस प्रजाति का आम मीठा तो होता ही है और एक हफ्ते तक खराब नहीं होता। कंपनी बाग में कई और उन्नत और उपयोगी प्रजातियों की आम की पौध तैयार करने पर काम चल रहा है। उन पर दो वर्ष के पौधे पर अच्छे साइज के आम लगते है।