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आर्थिक तंगी से परेशान होकर मां-बेटे के आत्महत्या करने का नहीं मिला सबूत

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PHOTO BY – TEJAS KHABAR
  • महिला को 11-12 हजार रुपए पेंशन मिलती थी, घर में बाइक, एलपीजी कनेक्शन चूल्हा आदि भी था
  • चार अधिकारियों ने की जांच ग्रामीणों के बयान दर्ज किए

औरैया। बिधूना कोतवाली क्षेत्र के रूरूकला गांव के एक परिवार में मां और बेटे द्वारा शुक्रवार को आत्महत्या करने के मामले में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने उप जिलाधिकारी बिधूना को जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जांच आख्या में उपजिलाधिकारी राशिद अली खान ने बताया कि मां बेटे द्वारा आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या किए जाने का कोई सबूत सामने नहीं आया है। घर में पर्याप्त खाद्यान्न था, मृतक महिला को पेंशन मिलती थी। घर में एलपीजी कनेक्शन चूल्हा आदि व्यवस्थाएं थीं।

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जांच आख्या में उप जिलाधिकारी ने बताया कि इस संबंध में खंड विकास अधिकारी अछल्दा, नायब तहसीलदार अछल्दा, पूर्ति निरीक्षक बिधूना एवं क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी औरैया को मौके पर भेजकर जांच करायी गयी। संबंधित अधिकारियों ने जांच के दौरान पाया कि मृतक अवध किशोर के पिता स्व. रमेश चंद पाण्डेय नेविलगंज अछल्दा स्थित इंटर कॉलेज में चपरासी पद पर कार्यरत थे। सेवानिवृत्त के उपरांत उनको पेंशन मिलती थी तथा रमेश चन्द्र की मृत्यु के उपरांत उनकी पत्नी किशोरी देवी को लगभग 11 से 12 हजार प्रति माह पेंशन मिल रही थी। परिवार में मृतक अवध किशोर उनकी माता किशोरी देवी तथा अवध किशोर की बुआ रामजतनी साथ रहती थीं। रामजतनी की उम्र लगभग 70 से 80 वर्ष है जिनको काफी पहले से विधवा/वृद्धावस्था पेंशन मिलती है। मृतक अवध किशोर या किशोरी देवी के नाम राशन कार्ड नहीं था लेकिन ग्राम रूरूकला उचित दर विक्रेता राजाराम द्वारा इसी 1 जून को ही 10 किलो चावल व 10 किलो गेहूं प्राप्त कराया गया था। राजस्व अभिलेखों में मृतक अवध किशोर या किशोरी देवी के नाम भूमि अंकित नहीं है,लेकिन ये बटायी पर खेती करते थे।

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नायब तहसीलदार अछल्दा द्वारा ग्राम वासियों से बयान लिए गए। ग्राम वासियों ने बताया कि स्वर्गीय रमेश चंद पांडे का मृतक पुत्र अवध किशोर अविवाहित था इसलिये उनकी कोई संतान नहीं है। मृतक अवध किशोर ने अपने पैतृक मकान का बैनामा इसी गांव के निवासी किशन नारायन दुबे के नाम मृत्यु से लगभग 20 दिन पूर्व कराया था बैनामे की रकम दो लाख 75 हजार रुपए थी। स्वर्गीय रमेश चंद्र पांडे के मृतक पुत्र अवध किशोर के पास दो पहिया वाहन था। निवास स्थान पर एलपीजी कनेक्शन, चूल्हा, टीवी व पर्याप्त खाद्यान्न मौजूद पाया गया।

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खंड विकास अधिकारी की रिपोर्ट
खंड विकास अधिकारी अछल्दा ने अपनी जांच आख्या में बताया कि परिवार के सरकारी पेंशन धारक होने के कारण परिवार का राशन कार्ड नहीं बनाया गया था। बुआ रामजतनी को वृद्धा पेंशन 500 रुपए प्रति माह प्राप्त हो रही है। अतः जांच के समय जांच टीम के समक्ष ऐसा कोई तथ्य संज्ञान में नहीं आया कि मृतक अवध किशोर पाण्डेय पुत्र स्वर्गीय रमेश चंद्र पांडे व किशोरी देवी पत्नी स्वर्गीय रमेश चंद्र पांडे निवासी ग्राम रूरूकला ब्लाक अछल्दा ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या की है।

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