नई दिल्ली। देश के नए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान (General Anil Chauhan) ने शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से मुलाकात की। उनके सीडीएस के रूप में कार्यभार संभालने के कुछ घंटे बाद यह बैठक हुई। अधिकारियों ने जनरल चौहान की रक्षा मंत्री के साथ बातचीत को शिष्टाचार मुलाकात बताया। जनरल चौहान को चीन (China) के विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है। उनकी इस शीर्ष पद पर नियुक्ति भारत और चीन के बीच लंबित सीमा मुद्दों के बीच हुई है। प्रथम CDS बिपिन रावत (Bipin Rawat) की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के बाद से यह पद खाली था। CDS चौहान ने कार्यभार संभालने के बाद आज सुबह नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंच श्रद्धांजलि अर्पित की।
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इस दौरान उन्होंने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के साथ मुलाकात की। चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे भारतीय सशस्त्र बलों में सर्वोच्च रैंक की जिम्मेदारी संभालने पर गर्व है। मैं रक्षा स्टाफ के प्रमुख के रूप में तीनों रक्षा बलों की अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करूंगा। हम सभी चुनौतियों और कठिनाइयों का मिलकर सामना करेंगे। चौहान राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। उन्हें 1981 में 11 गोरखा राइफल्स (11th Gorkha Rifles) में कमीशन दिया गया था।चौहान को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों का खासा अनुभव है।
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वह अंगोला के लिए संयुक्त राष्ट्र मिशन के रूप में भी सर्वर थे। अपने करियर के दौरान, उन्हें उनकी सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने 1 सितंबर 2019 को लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Manoj Mukund Naravane) के उप सेना प्रमुख के पद पर पदोन्नत होने के बाद पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में भी कार्य किया था। चौहान 31 मई 2021 को सेवानिवृत्त हुए। सक्रिय सैन्य सेवा से अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, चौहान ने अजीत डोभाल (Ajit Doval) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS) के सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य किया।